भरतपुर/जयपुर । राजस्थान स्थित (Based in Rajasthan) भारतीय खाद्य निगम में (In Food Corporation of India) हो रहे घोटालों पर (On the Scams) केंद्र सरकार (Central Government) ने कार्यवाही करते हुए (Acting) दो अफसरों को जयपुर से हटाया (Removed Two Officers from Jaipur) ।
महाप्रबंधक आशीष सिंह और अतिरिक्त महा प्रबंधक अभिसार कटियार के तबादले अरुणाचल और केरल में कर दिए गए हैं। इससे पहले खाद्य निगम की सलाहकार समिति के सदस्य मनुदेव सिनसिनी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए केंद्रीय पीयूष गोयल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। मनुदेव ने समिति चेयरमैन सांसद सुभाष बहेड़िया पर भी मनमानी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि किसानों और लाभार्थियों तक सही तौल सही मोल नहीं पहुंच रही है। इन शिकायतों की जांच के लिए कार्यकारी निदेशक नॉर्थ पटनायक पूरी टीम के साथ जयपुर में डेरा डाले हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि 10 मार्च को सलाहकार समिति की बैठक में मनुदेव सिनसिनी ने राजस्थान में अनाज खरीद, अनाज वितरण और भंडारण में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। इससे चेयरमैन सांसद बैठक बीच में ही छोड़कर चले गए थे। इस पर मनुदेव सिनसिनी वहीं धरने पर बैठ गए और तुरंत इस पूरे प्रकरण की जानकारी मेल द्वारा मंत्री पीयूष गोयल जी और सतर्कता विभाग को भेजी जिस पर संज्ञान लिया गया।
इस तरह की शिकायतें पूर्व में भी राजस्थान भंडार निगम के ठेकदार भंवराराम ने भी मंत्री जी से मुलाकात कर इन मुद्दों पर अवगत करवाया गया था। ऐसी ही शिकायत व्हिसल ब्लोअर कैलाश चारण ने एक माह पहले विभाग के अधिकारियों और चेयरमैन को पत्र द्वारा भेजी थी। मनुदेव सिनसिनी ने बताया कि अभी तो केवल कुछ मछलियों पर कार्यवाही हुई है। इस भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। दोषियों का केवल ट्रांसफर ही नहीं उनसे जनता के पैसे की वसूली कर सेवा से बाहर निकालने तक की अनुशासनात्मक कार्यवाही विभाग द्वारा की जाएगी।
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