इन्दौर। कल नगर निगम राजस्व विभाग के उडऩदस्ते ने शाम को खजराना, बायपास और उसके आसपास के इलाकों में सम्पत्तियों के सर्वे का अभियान चलाया। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में कई ऐसी सम्पत्तियां मिलीं, जिनके खाते ही नहीं खुले थे और वहां वर्षों से व्यावसायिक गतिविधियां भी संचालित हो रही थीं। ऐसी सम्पत्तियों के मामले में निगम अब पैनल्टी लगाकर राशि वसूली की कार्रवाई शुरू करने जा रहा है।
कल राजस्व विभाग की टीम के उडऩदस्ते ने खजराना, बायपास की सम्पत्तियों का सर्वे शुरू किया था। इस दौरान जैन स्टील, महादेव ग्रेनाइट, मां वैष्णवी स्टोन, सेठ सांवरिया मार्बल, श्रीराम स्टोन, वाइन शाप, ओरायन होटल, रेंजर होटल, कपिल स्टील सहित कई सम्पत्तियों की पड़ताल की। इनमें से अधिकांश सम्पत्तियों के निगम राजस्व विभाग में खाते ही नहीं खुले है। अधिकारियों के मुताबिक उडऩदस्ते की टीम ने पूरे क्षेत्रफल की नपती की और उसका पंचनाम भी बनाया। अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा के निर्देश पर उडऩदस्ता गठित किया गया है और इसी उडऩदस्ते ने खजराना स्थित रायल फार्म गार्डन का भी पता लगाया, जिसमें 9 हजार 320 वर्गफीट जमीन का सम्पत्ति कर नहीं भरा जा रहा था। बायपास पर बने पंचतारा रेस्टोरेंट का आवासीय के मान से संपत्ति कर भरा जा रहा था, जबकि वहां व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हो रही थीं। राजस्व विभाग का उडऩदस्ता शहर के कई अलग-अलग क्षेत्रों मे ंपहुंचकर सम्पत्तियों के प्रकरण तैयार कर राशि वसूली की जाएगी।
कई क्षेत्रों में बड़े प्लाटों का भी शुरू होगा सर्वे
राजस्व समिति के प्रभारी निरंजनसिंह चौहान के मुताबिक खजराना क्षेत्र के मुख्य मार्गों से लेकर कई अन्य मार्गों की सम्पत्तियों की भी पड़ताल की जाएगी। कई सम्पत्तियां रिकार्ड में आवासीय के मान से दर्ज है और वहां व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। दो-तीन हजार से लेकर अन्य वर्गफीट के बड़े प्लाटो की पड़ताल के लिए राजस्व विभाग के अफसरो को निर्देश दिए गए हैं, साथ ही चेतावनी दी गई है कि ऐसे मामलों में लापरवाही अथवा गड़बड़ी की गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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