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चाणक्य के अनुसार इन लागों से न करें लड़ाई , वरना मुसीबतों से हो सकता है सामना

April 27, 2022

नई दिल्ली। आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान का जिक्र किया है। कहते हैं कि चाणक्य नीति का पालन करने वालों को जीवन में कम ही कष्टों का सामना करना पड़ता है। चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। चाणक्य को अर्थशास्त्री, राजनीति, शिक्षाविद व कूटनीति (academics and diplomacy) का ज्ञाता माना जाता है।

जानकार कहते हैं कि चाणक्य नीतियां भले ही कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। चाणक्य ने एक श्लोक के जरिए बताया है कि आखिर किन लोगों के साथ विवाद होने पर बाद में बुरी तरह पछताना पड़ सकता है। जानिए इस नीति के बारे में-

माता-पिता:
कहते हैं कि माता-पिता (mother-father) जीवन का आधार होते हैं, ऐसे में अगर इनसे विवाद हो जाए तो जीवनभर पछताना पड़ सकता है। कई मां मां-बाप संग विवाद करने के बाद हम सही-गलत में फर्क नहीं कर पाते हैं और गलत संगति पकड़ लेते हैं। ऐसे में माता-पिता से कभी झगड़ना नहीं चाहिए।



दोस्त-
कहा जाता है कि दोस्त आपको अच्छाई व बुराई से अवगत कराता है। अगर इनसे विवाद हो जाए तो, एक भरोसेमंद साथी खो देते हैं और आपको जीवन भर पछताना पड़ सकता है।

मूर्ख व्यक्ति-
चाणक्य के अनुसार, किसी मूर्ख व्यक्ति के साथ विवाद से बचना चाहिए। मूर्ख व्यक्ति आपका समय बर्बाद करने के साथ ही आपकी शांति भी छीन सकता है। मूर्ख व्यक्ति को समझाने का अर्थ है कि भैंस के आगे बीन बजाना होता है।

गुरु-
गुरु वो होता है जो हमें मार्गदर्शन करके जीवन में सही रास्ता दिखाता है। हमें अच्छे-बुरे का ज्ञान कराता है। हमें अच्छी बातें बताता है। ऐसे में अगर इनसे विवाद हो जाता है तो, आप गुरु कृपा से वंजित हो जाते हैं। जीवन में गुरु का ज्ञान सबसे जरूरी होता है।

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