– अस्पताल में उपचार के दौरान लापरवाही, गोली निकालने के बजाय कोरोना रिपोर्ट का इंतजार करते रहे
इंदौर। तेजाजी नगर क्षेत्र में रात को एक बच्चे के मुंडन के कार्यक्रम में चाचा द्वारा किए गए हर्ष फायर के दौरान खुद चाचा को गोली लग गई। चाचा को अस्पताल ले जाया गया तो वहां डॉक्टरों ने गोली निकालने के बजाय करीब दो घंटे कोरोना की जांच-पड़ताल में टाइम बिता दिया और घायल की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार तेजाजी नगर में रहने वाले मोबाइल व्यापारी अंकित पटेल के बेटे का घर में मुंडन का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान अतिशबाजी और हर्ष फायर भी किया जा रहा था। हर्ष फायर के दौरान अंकित के छोटे भाई राहुल को गोली लग गई और वह घायल हो गया। उनके रिश्तेदार मानसिंह राजावत ने बताया कि रात 9 बजे उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने गोली निकालने से पहले उसका कोरोना सैम्पल लिया। ऑपरेशन से पहले खून रोकने के लिए केवल मरहमपट्टी की गई और दो घंटे तक कोरोना रिपोर्ट का इंतजार करते रहे। आखिर में राहुल की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल अस्पताल में तड़पता रहा, लेकिन डॉक्टरों ने उपचार नहीं किया, वरना वह बच जाता। राहुल का एक बच्चा और पत्नी गर्भवती है।
– 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक से हुए हर्ष फायर…
9 बजे तक पटेल परिवार के तेजाजी नगर स्थित घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन हादसे के बाद इलाके में मातम पसर गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस 12 बोर की बंदूक से हर्ष फायर हुए थे वह लाइसेंसी थी। पटेल परिवार राजपूत समाज का प्रतिष्ठित परिवार है। उनका कपड़े और मोबाइल का कारोबार है।
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