डेस्क: अंतरिक्ष में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (american space agency nasa) के टेलीस्कोप के साथ हादसा हो गया है. एक उल्कापिंड जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के प्राइमरी मिरर (primary mirror) से टकरा गया, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गया. इस बात की जानकारी खुद नासा ने दी है. नासा ने बताया कि टेलीस्कोप अभी भी काम कर रहा है. यह घटना 23 से 25 मई की है. लेकिन पिछले हफ्ते ही नासा ने इस हादसे की जानकारी दी है. जेम्स वेब टेलीस्कोप (James Webb Telescope) को दिसंबर में लॉन्च किया गया था. इसे ‘बूढ़े’ हो रहे हबल स्पेस टेलीस्कोप की जगह लेनी थी. एस्ट्रोनॉमर्स 12 जुलाई को इस टेलीस्कोप की तस्वीरें जारी करेंगे. नासा का कहना है कि जो कुछ हुआ, उसके कारण ये तस्वीरें कम चौंकाने वाली नहीं होंगी.
नासा ने बताया कि जेम्स वेब टेलीस्कोप के प्राइमरी मिरर पर बेहद छोटा उल्कापिंड टकराया था. इसका असर टेलीस्कोप पर आजीवन रहेगा. धरती पर मिरर का निर्माण और परीक्षण करते वक्त ऐसी घटनाओं का अनुमान लगाया गया था. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को नासा ने बताया, जिस गति से चीजें अंतरिक्ष में चलती हैं, उसका मतलब है कि सबसे छोटा कण भी अगर किसी चीज से टकराता है तो काफी ज्यादा एनर्जी पैदा होती है. अब तक पांच बार चीजें इस टेलीस्कोप से टकरा चुकी हैं.
जेम्स वेब टेलीस्कोप (James Webb Telescope) का डिजाइन ओपन है और इसके मिरर पर नलीदार प्रणाली नहीं लगी है, जो लेंस को बाकी चीजों से बचाती है. ये प्रणाली हबल टेलीस्कोप में यूज हुई है. इसके अलावा, एक बड़े सनशील्ड के पीछे रिफ्लेक्टर्स लगे हुए हैं, जिससे वे इन्फ्रारेड लाइट का पता लगाने के लिए स्थिर, ठंडे तापमान को बनाए रख पाते हैं.
नासा ने आगे कहा कि जब इस टेलीस्कोप को बनाया जा रहा था, जब इंजीनियर्स ने सैंपल्स पर सिमुलेशन और वास्तविक परीक्षण प्रभावों के मिश्रण का इस्तेमाल किया ताकि यह मालूम किया जा सके कि ये टेलीस्कोप अंतरिक्ष में प्रभावों पर कैसे रिएक्ट करेगा. टेलीस्कोप उम्मीदों के मुताबिक काम करेगा या नहीं इसे लेकर भी स्टडी की गई.
नासा का कहना है कि उल्कापिंड से जो टक्कर हुई है, वो वैज्ञानिकों के टेस्ट से बड़ी थी. लेकिन तब भी नासा को यकीन है कि टेलीस्कोप अपना काम जारी रखेगा. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने बताया कि उल्कापिंड की बारिश के कारण टक्कर नहीं हुई और ये ऐसी घटना थी, जिसे टाला नहीं जा सकता था. नासा का कहना है कि आगे उल्कापिंड की टक्करों को कम करने के तरीकों के लिए एक इंजीनियर्स की टीम बनाई गई है.
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