नई दिल्ली: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने चार जून को नीट के नतीजे घोषित (NEET Results Declared) किए थे. इसमें 67 अभ्यर्थियों ने टॉप स्थान हासिल किया है. इनमें से अधिकांश राजस्थान (Rajasthan) से हैं. टॉप रैंक पाने वालों में 14 लड़कियां भी हैं. परीक्षा के रिजल्ट को लेकर सवाल उठने लग गए हैं. कांग्रेस के हमले के बाद राइट विंग के छात्र संगठन एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने भी सवाल खड़े किए हैं.
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल का कहना है कि परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्रों में जिस तरह से असंतोष और चिंता देखने को मिली है, उसे देखते हुए ये कहा जा सकता है कि निश्चित तौर पर नीट परीक्षा के दौरान पेपर लीक की घटना को बल मिल रहा है. हमने पहले दिन से परिषद में इस मामले को उठाया है.
उन्होंने कहा कि परीक्षाएं पारदर्शी होनी चाहिए. परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की खामियां होने पर इसके जिम्मेदार व्यक्ति और संस्था पर कार्रवाई होनी चाहिए. एनटीए पर सवाल उठना स्वाभाविक है. छात्रों के मन में उठ रहे प्रश्नों के समाधान के लिए भारत सरकार एनटीए के खिलाफ जांच और कार्रवाई करे.
नीट के रिजल्ट को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा कि NEET परीक्षा के बाद अब NEET का रिजल्ट भी विवादों में है. 1 ही सेंटर के 6 छात्रों के 720 में से 720 अंक आने पर सवाल उठ रहे हैं. परीक्षा से जुड़ी कई और धांधलियां भी सामने आईं हैं. पहले पेपर लीक और अब रिजल्ट में गड़बड़ी से देश के लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है. कांग्रेस ने आगे कहा, ये बात साफ है कि ये सरकार कोई भी पेपर बिना लीक किए नहीं करवा सकती. साहेब का दावा तो विदेशों में युद्ध रुकवाने का होता है लेकिन देश में पेपरलीक नहीं रुकवा पा रहे हैं.
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