इंदौर। इंदौर पुलिस (Indore Police) ने बुधवार को चर्चित अनिल दीक्षित हत्याकांड केस (Anil Dixit murder case) के गवाह को धमकाने के मामले में फरार चल रहे आरोपी बिट्टू गौड़ को दबोच लिया. आरोपी पर इंदौर पुलिस ने महज 50 पैसे का इनाम रखा था. इससे पहले, पुलिस ने गवाह को धमकाने के मामले में एक आरोपी रोहन सागर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और अब दोनों जेल में पहुंच चुके हैं.
चर्चित अनिल दीक्षित मर्डर केस के गवाह को धमकाने के आरोपी बिट्टू दो साल से गौड़ फरार चल रहा था. आरोपी पुलिस से बचने के चक्कर में अपना पैर भी तुड़वा लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी बालकनी से कूद कर भाग रहा था और गिर गया, जिससे उसका एक पैर में फ्रैक्चर हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने कंडिलपुरा निवासी ममता यादव की शिकायत पर पुलिस ने अनिल दीक्षित मर्डर केस में गवाह को धमकाने के आरोप में जिंसी डिपो निवासी रोहन सागर और बिट्टू गौड़ निवासी कृष्णबाग कॉलोनी को धमकाने सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था.
चर्चित अनिल दीक्षित हत्याकांड के गवाह को धमकाने का आरोप
करीब 2 साल पहले जुलाई 2022 में हीरा नगर थाना क्षेत्र में अनिल दीक्षित हत्याकांड हुआ था, जिसमें पुलिस ने शानू सागर और दुर्लभ कश्यप गैंग के आरोपी चयन सीके को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. ममता यादव के मुताबिक केस में उनका बेटा विक्रांत गवाह है, लेकिन रोहन सागर और बिट्टू गौड़ ने गवाही नहीं देने की धमकी दी थी.
क्यों रखती है पुलिस अपराधी पर 50 पैसे का इनाम?
माना जाता है कि इनाम के चक्कर में कोई भी बदमाश को पकड़ने का काम नहीं करता है. पुलिस का मानना है कि बड़ी राशि वाले इनाम रखने से बदमाश रुतबा जमाने में कामयाब हो जाते हैं, इसलिए बदमाशों को उनकी औकात बताने के लिए 50 पैसे राशि वाली इनाम की शुरूआत की गई है ताकि बदमाशों को उनकी औकात बताई जा सके.
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