मुंबई। अभिनेता अभय देओल (Abhay Deol) ‘मनोरमा सिक्स फीट अंडर’, ‘ओए लकी लकी ओए’, ‘आयशा’ और ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ में अपनी भूमिकाओं के लिए लोकप्रिय हैं। अभय देओल को इंडस्ट्री में 19 साल हो गए हैं। उन्होंने वर्ष 2005 में फिल्म ”सोचा ना था’ से डेब्यू किया था। करीब दो दशक की अपनी इस बॉलीवुड यात्रा में अभिनेता अपनी अलग पसंद को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। अब हाल ही में, अभिनेता ने अपने परिवार को लेकर कुछ बड़े खुलासे किए हैं।
फिल्मों की पसंद ने परिवार को किया चिंतित
हाल ही में, फिल्मफेयर से बातचीत में अभिनेता ने बताया कि कैसे वह हमेशा से एक विद्रोही बच्चे रहे हैं। उन्होंने यह भी साझा किया कि उनकी फिल्मों की पसंद ने उनके परिवार को चिंतित कर दिया था। अभिनेता ने यह भी माना कि उनका परिवार काफी रूढ़िवादी था। अभय ने इस कथन को स्पष्ट किया कि परिवार की महिलाओं को काम करने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, “उन्हें काम करने की अनुमति है, लेकिन फिल्मों में नहीं।”
अभिनेता को फिल्मी पार्टियों में जाने से क्यों रोका जाता था?
अभिनेता ने आगे कहा, “उस समय मुझे समझ में नहीं आया कि हमें ‘फिल्मी पार्टियों’ में जाने से क्यों रोका जाता है या इंडस्ट्री के बच्चों या इंडस्ट्री के लोगों के साथ घुलने-मिलने से क्यों रोका जाता है। वे हमें बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उस समय मैं उलझन में था।”
घरवालों की थी यह इच्छा
अभय ने यह भी कहा, “मैंने फिल्म इंडस्ट्री के साथ जो किया, उससे मेरा परिवार बिल्कुल भी हैरान नहीं था। उन्होंने हमेशा कहा कि मुझे या तो वकील बनना चाहिए या अभिनेता। यदि आप बॉबी या सनी देओल से पूछेंगे , तो वे आपको यही बताएंगे कि मैं बहुत बहस करता हूं।”
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