डेस्क: जम्मू-कश्मीर में हाल ही में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने जीत हासिल की और उमर अब्दुल्ला दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव हुए. इसके बाद अब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की पहली विधानसभा के लिए अध्यक्ष का चुनाव हुआ, जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अब्दुल रहीम राथर सोमवार को सर्वसम्मति से जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर बने.
सोमवार सुबह 10:30 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई. वैसे ही शेख अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला की कैबिनेट में मंत्री रह चुके 78 साल के राथर को ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री जावेद अहमद के बाद अध्यक्ष चुन लिया गया. राथर ने इस प्रतिष्ठित पद के लिए उन्हें चुनने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया. इस प्रस्ताव का नेशनल कॉन्फ्रेंस के रामबन विधायक अर्जुन सिंह राजू ने समर्थन भी किया.
विपक्षी दलों ने इस पद के लिए चुनाव न लड़ने के फैसले के साथ, प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने अध्यक्ष के रूप में अपने चुनाव की घोषणा की. उनके चुनाव के तुरंत बाद, सदन के नेता उमर अब्दुल्ला और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा उन्हें स्पीकर की कुर्सी तक ले गए और उन्हें दोनों ने बधाई भी दी. अब्दुल रहीम राथर बडगाम जिले की चरारी शरीफ सीट से लगातार सात बार चुने जाते रहे हैं और विधायक रहे हैं.
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