नई दिल्ली । राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि जैसा कि मैंने पहले बताया है कि किस तरह से 5 मिनट में दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18.50 करोड़ रुपए की हो गई, किस तरह से प्रति सेकंड 5.50 लाख रुपए और प्रति मिनट 3.30 करोड़ रूपए जमीन महंगी हो गई। हमने बताया कि किस तरीके से 20 लाख की जमीन 2.50 करोड़ रुपए में बेच दी गई और बीजेपी (BJP) वालों ने यह भ्रष्टाचार किया। इसका प्रमाण जब मैंने देश के लोगों को सामने रखा, तो मन में एक सवाल उठता था कि यह पैसा जा कहां रहा है? किसने- किसने इस पैसे में खेल किया।
यह पैसा जो आया, वह किसके-किसके पास गया। इस संबंध में एक अन्य कागजात दिखाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के मेयर के रिश्तेदार रवि मोहन तिवारी ने 18 मार्च को बीजेपी के मेयर और ट्रस्ट वालों के साथ मिलकर 2 करोड़ रुपए की जमीन 18.50 करोड़ रुपए में सुल्तान अंसारी (Sultan Ansari) के साथ बेचता है। उस रवि मोहन तिवारी ने 19 अप्रैल को 10 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी। मजेदार बात यह है कि ट्रस्ट जब भी जमीन खरीदता है, उसको मालियत से कई गुना महंगी जमीन मिलती है, लेकिन भाजपा के लोग जब जमीन खरीदते हैं तो इनको हमेशा लागत से कम मूल्य पर जमीन मिलती है। इस जमीन की लागत 8.70 करोड़ रुपए है और इनको 10 करोड़ रुपए में आराम से मिल गई। इनको यह जमीन 2, 3 या 4 गुना दाम पर नहीं मिली, इनको मालियत से थोड़ा ज्यादा में मिली।
पार्टनरशिप में 10 करोड़ रु की जमीन खरीदी
संजय सिंह ने कहा कि इस जमीन खरीद में रवि मोहन तिवारी का पार्टनर सुल्तान अंसारी, हरीश पाठक और कुसुम पाठक हैं। यानि कि जिस हरीश पाठक और कुसुम पाठक के साथ मिलकर वह ट्रस्ट को 18.50 करोड़ रुपए में जमीन बेचता है, बाद में उन्हीं हरीश पाठक, कुसुम पाठक और सुल्तान अंसारी के साथ मिलकर 10 करोड़ रुपए की जमीन 19 अप्रैल को खरीद रहा है। यह लोग अपनी संपत्ति बना रहे हैं। यह लोग प्रभु श्रीराम की का मंदिर बनाने गए थे, लेकिन अपनी संपत्ति बनाने में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि रवि मोहन तिवारी ने जो जमीन खरीदी है, वह जमीन विवादित थी। इस जमीन के ऊपर बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए हैं। जब यह जमीन इन लोगों ने खरीदी, तो इनके खिलाफ थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज हो गई। आज की तारीख में बीजेपी के मेयर का रिश्तेदार रवि मोहन तिवारी और उसके साथ कुसुम पाठक, हरीश पाठक इसमें नामजद हैं।
संजय ने एक और मामले का खुलासा करते हुए कहा कि एक और जमीन हरीश पाठक के भाई अनिल से खरीदी जाती है। इस जमीन को बीजेपी (BJP) के मेयर का अकाउंटेंट विष्णु कुमार खरीदते हैं। विष्णु कुमार 15 मार्च को हरीश पाठक के भाई अनिल से 255 वर्ग मीटर जमीन 10 लाख रुपए में खरीदतें हैं और इसमें बीजेपी के मेयर का भांजा दीप नारायण उपाध्याय गवाह बनता है। इसके बाद यही जमीन ट्रस्ट को 3 दिन के बाद 18 मार्च को 60 लाख रुपए में बेच दी जाती है। इसमें भी ऋषिकेश उपाध्याय और अनिल कुमार मिश्रा गवाह हैं।
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