नई दिल्ली: बीजेपी के दिल्ली विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने और फिर पीछे हटने वाले बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तंज कसा है. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया. इससे पहले उन्होंने कहा कि बीजेपी सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी. लेकिन कई विधायकों को डराने धमकाने के बाद भी वह 20 फीसदी विधायक संख्या नहीं जुटा पायी. ऐसे में अब वह खुद सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश कर रहे हैं.
सदन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर वह विश्वास प्रस्ताव खो देते हैं तो उन्हें सरकार में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. वह तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.इसी के साथ उन्होंने बीजेपी के विधायकों को भी सदन में आने की अपील की. कहा कि वो भी आएं और अपनी बात रखें. केजरीवाल ने कहा किये सदन मंत्री परिषद में विश्वास व्यक्त करता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का आरोप है कि सरकार के पास संख्या बल नहीं है.
उन्होंने कहा कि यदि यह सही है तो वह खुद मानते हैं कि सरकार में बने रहने का उनका कोई अधिकार नहीं है. बीजेपी की इस शंका के समाधान के लिए उन्होंने सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश किया है. सदन में सीएम केजरीवाल की ओर से विश्वास प्रस्ताव लाने के साथ ही इस पर बहस शुरू हो गई है. बता दें कि इससे पहले मंगलवार को बीजेपी ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया था. विपक्ष के नेता राम सिंह विधुड़ी ने कहा था कि सरकार के पास सदन में पर्याप्त नंबर नहीं है.
लेकिन बुधवार को सदन शुरू होने के साथ ही बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के बयान को वापस ले लिया. इसको लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है. आप नेता सौरभ भारद्वाज ने तो आरोप लगाया कि बीजेपी दिल्ली में ऑपरेशन लोटस करने वाली थी. इसके लिए कई विधायकों को डराया धमकाया गया, लेकिन बात नहीं बनी तो इनका ऑपरेशन फेल हो गया.
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