मुंबई। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट (Mr perfectionist) कहे जाने वाले सुपरस्टार आमिर खान (Superstar Aamir Khan) पर हमेशा सबकी नजरें बनी रहती हैं। बात उनके अगले फिल्म प्रोजेक्ट की हो या सोशल मीडिया त्याग करने जैसे किसी निजी फैसले की, वे हमेशा सुर्खियों में छा जाते हैं। कुछ समय पहले खबरें आई थीं कि अपने मेगा-प्रोजेक्ट ‘महाभारत(Mahabharat)’ को उन्होंने ठंडे बस्ते में डालने का निर्णय किया है। इसके बाद मिस्टर खान ने सोशल मीडिया से भी अलविदा कह दिया। इसके बाद उन्हें कोरोना वायरस(Corona Virus) ने जकड़ लिया। तबसे वो लगातार ही चर्चा में हैं।
इन सबके बीच उनके चाहने वाले अब भी अपने चहीते अभिनेता के बारे में जानने की चाहत रखते हैं। ऐसे में हम आपको आमिर खान(Aamir Khan) से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं, जिससे शायद कम ही लोग रुबरू होंगे। आमिर खान 14 मार्च को 56 बरस के हो गए। अनुभवी अभिनेता ने अपने जन्मदिन के अगले ही दिन सारे सोशल मीडिया अकाउंट निष्क्रिय कर दिए। इसपर उनकी दलील थी कि वे पहले से ही सोशल प्लेटफॉर्म पर कम सक्रिय थे। आमिर खान का जन्म 14 मार्च 1965 में मुंबई में ही हुआ था। अभिनेता मशहूर तो आमिर खान के नाम से हुए लेकिन उनका पूरा नाम ‘मोहम्मद आमिर हुसैन खान’ है। उनके पिता बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म प्रोड्यूसर थे। लेकिन एक वक्त के बाद किस्मत ने कभी उनका साथ नहीं दिया। पिता ताहिर हुसैन फिल्म प्रोड्यूसर, तो चाचा नासिर निर्देशक थे। लेकिन घर में तंगहाली थी और उनका बचपन संघर्षों में बीता। आमिर ने खुद एक बार उन दिनों का जिक्र करते हुए बताया था कि स्कूल में बकाया फीस का नोटिस चस्पा होता था। आमिर इस बात का भी जिक्र कर चुके हैं कि उनके पिता बहुत सफल प्रोड्यूसर नहीं रहे। आमिर ने कहा था कि उनके पिता फिल्में बनाने के लिए बाजार से पैसा उधार लेते और लेकिन फिल्में नहीं चलती थीं। एक समय के बाद वो कर्जदार हो गए थे और लेनदार परेशान किया करते थे। स्कूल में उनका और उनके भाई का नाम नोटिस बोर्ड पर बकाया फीस भुगतान के लिए हमेशा लिखा होता था। बता दें कि आमिर स्कूल के दिनों में टेनिस काफी अच्छा खेला करते थे और इसमें उनकी दिलचस्पी भी थी। शायद कम ही लोग जानते हैं कि आमिर टेट लेवल के खिलाड़ी भी रहे हैं। अपनी इस हॉबी को वो आगे भी ले जाना चाहते थे लेकिन समय के साथ-साथ ये पीछे छूटता चला गया और आमिर खान अभिनय की दुनिया में रचने-बसने लगे। आमिर ने महज 16 साल की उम्र में प्रायोगिक मूक फिल्म भी बनाई थी। अपने दोस्त आदित्य भट्टाचार्य के साथ मिलकर ‘पैरानोइया’ नाम की प्रायोगिक मूक फिल्म बनाई थी। उनकी पहली फिल्म ‘यादों की बारात’ थी, जिसमें उन्होंने 8 साल की उम्र में बाल कलाकार के तौर पर काम किया था। फिल्मों में आने से पहले वह दो साल तक अवंतर नाम के एक नाट्य समूह से भी जुड़े थे।