मुंबई। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान और उनकी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं रही हैं। आमिर की कम बैक फिल्म अपनी रिलीज से पहले से ही विरोध का सामना कर रही है। जहां एक तरफ सोशल मीडिया पर फिल्म को बायकॉट करने की मांग उठ रही थी, वहीं दूसरी तरफ कई शहरों में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा था।
इन सबका असर साफ तौर पर ‘लाल सिंह चड्ढा’ की बॉक्स ऑफिस कमाई पर पड़ता हुआ दिख रहा है। धर्म को लेकर विवादों में आई ‘लाल सिंह चड्ढा’ अब नए विवाद में फंस गई है। आमिर के साथ ही इस बार विवादों का शिकंजा तापसी पन्नू की फिल्म ‘शाबाश मिथु’ कसता दिख रहा है। कोर्ट में दोनों ही फिल्मों की कहानी पर दिव्यांगजनों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया गया है।
आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बायकॉट की मांग और विरोध के बाद अब एक रिपोर्ट सामने आ रही है, जिसके अनुसार आमिर और तापसी की फिल्मों पर नए आरोप लगाए गए हैं। खबरों के अनुसार, 70 प्रतिशत लोकोमोटर डिसेबिलिटी से ग्रसित डॉक्टर्स के सह-संस्थापक डॉ सतेंद्र सिंह ने अदालत में दोनों फिल्मों पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है।
डॉ सतेंद्र सिंह का आरोप है कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिथु’ की कहानी विकलांग लोगों का मजाक उड़ा रही है। डॉ सतेंद्र ने अदालत द्वारा जारी नोटिस की कॉपी भी साझा की है। हालांकि, अभी इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
डॉ सतेंद्र द्वारा साझा किए गए नोटिस के अनुसार, कोर्ट ने ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘शाबाश मिथु’ के खिलाफ दर्ज शिकायत में, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के निदेशकों से जवाब मांगा है। डॉ सतेंद्र सिंह का कहना है कि इन दोनों ही फिल्मों में विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। इन अनुसार ये दोनों ही फिल्में विकलांग लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करती हैं।
बीते दिन आमिर की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करते हुए फिल्म को बंगाल में बैन की मांग की गई है। कोलकाता हाई कोर्ट में दायर की गई जनहित याचिका में फिल्म के खिलाफ शांति भंग करने का आरोप लगाया गया है। इसी याचिका का हवाला देते हुए फिल्म को बंगाल में पूरी तरह से बैन करने की मांग की गई है। ‘लाल सिंह चड्ढा’ पर आरोप है कि इसमें दिखाया गया कंटेंट बंगाल में शांति और व्यवस्था को बिगाड़ सकता है।
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