मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. केंद्र सरकार ने आदित्य ठाकरे के मंत्रालय का ऑडिट (Audit) करने का आदेश दिया है. उनके पिछले ढाई साल के कामों का ऑडिट किया जाएगा. उद्धव सरकार में आदित्य ठाकरे पर्यावरण मंत्री थे.
बता दें कि बीजेपी (BJP) और ठाकरे परिवार के बीच तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच, केंद्र सरकार की तरफ से उठाया गया ऑडिट का कदम आदित्य ठाकरे की मुश्किलें और बढ़ाएगा. हाल ही में बीजेपी के विधायकों की मदद से ठाकरे परिवार से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में सरकार बना ली है और उद्धव ठाकरे को सत्ता से बाहर कर दिया है.
पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के मंत्रालय की होगी जांच
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अब पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के पिता उद्धव ठाकरे नहीं हैं. उनको पद से हटाकर एकनाथ शिंदे राज्य के सीएम बन गए हैं. ऐसे में केंद्र की तरफ किया जाने वाला ऑडिट आदित्य ठाकरे को एक बड़ा झटका है.
शिदें गुट के पास हैं ज्यादा विधायक और सांसद
उद्धव ठाकरे की पार्टी दो गुटों में बंट चुकी है, उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट. शिवसेना के अधिकतर विधायक और सांसद एकनाथ शिंदे गुट के साथ हैं. एकनाथ शिंदे गुट पार्टी के चुनाव निशान पर भी दावा कर चुका है और चुनाव आयोग में अर्जी दी है. ऐसे में ठाकरे परिवार के पास शिवसेना पार्टी पर अधिकार जमाने का हक भी रहेगा या नहीं, इसपर भी संशय है.
मंत्रालय का किया जाएगा ऑडिट
बता दें कि उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री आदित्य ठाकरे पर लगे आरोपों की जांच होगी और उनके मंत्रालय ने पिछले ढाई साल में जो भी काम किए हैं उनका ऑडिट किया जाएगा.
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