परगना: पश्चिम बंगाल में 24 परगना के धोलाहाथ थाने को सैकड़ों महिलाओं ने घेर लिया है. महिलाएं पुलिस को चप्पल दिखा रही है और धमका रही है. इन महिलाओं के तेवर देखकर पुलिस की भी घिग्धी बंध गई है. पुलिस वाले खुद अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं. धोलाहाथ थाने में यह दृष्य मंगलवार को उस समय देखने को मिला, जब चोरी के आरोप में पकड़े गए एक युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. फिलहाल एसडीपीओ समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच कर लोगों को समझा बुझाकर शांत करने की कोशिश कर रहे हैं.
थाने के बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं के मुताबिक 30 जून को धोलाहाट के घाट मुकुलतला इलाके में एक चोरी की घटना हुई थी. उस मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर एक युवक को गिरफ्तार किया और थाने में ले जाकर उसकी बुरी तरह पिटाई की. हालांकि अगले दिन जब युवक जमानत पर बाहर आया तो वह काफी बीमार था. उसे लॉकअप से सीधे अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने बताया कि युवक को थर्ड डिग्री दी गई है. युवक की हालत को देखते हुए पहले उसे मथुरापुर ब्लॉक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जब वहां डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. यहां भी युवक की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो चितरंजन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. यहां भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए. इसके बाद परिजनों ने उसे पार्क सर्कस स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान सोमवार की देर रात युवक की मौत हो गई. जैसे ही यह खबर युवक के गांव में पहुंची, लोग आक्रोशित हो गए और हाथों में चप्पल जूते, बेलन, चिमटा आदि लेकर थाने का घेराव कर दिया.
युवक के परिजनों ने बताया कि मृतक के शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं. पुलिस ने उसके साथ बर्बरता उसे थर्ड डिग्री दिया है और इसकी वजह से जब उसकी हालत खराब हो गई तो आनन फानन में जमानत भी दे दी है. परिजनों ने इस घटना के लिए चार पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए हैं. इनमें एक इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं. परिजनों ने इस संबंध में सुंदरबन के पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दी है. मांग की है कि आरोपी पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
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