इंदौर: इंदौर (Indore) में भीषण गर्मी (Extreme heat) के बीच तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे कम करने के लिए बड़ी तैयारी की गई है. दरअसल, इंदौर में जुलाई के दूसरे सप्ताह में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के नेतृत्व में 51 लाख पौधे (51 lakh plants) लगाए जाएंगे. इस पहल के तहत एक दिन में 11 लाख पौधे लगाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की एक टीम अगले कुछ दिनों में इंदौर आएगी. इस व्यापक पहल के तहत इंदौर की नगर निगम (Nagar Nigam) सीमा में 20 लाख पौधे लगाए जाएंगे. जिसमें इंदौर नगर निगम में 15 लाख और इंदौर विकास प्राधिकरण में 500,000 पौधे लगाए जाएंगे.
विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को 14 जुलाई को रेवती रेंज में सप्ताह भर चलने वाले वृक्षारोपण अभियान के अंतिम दिन शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जाएगा. उन्होंने कहा, “हम समाज के सभी वर्गों से इस महत्वपूर्ण वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने का आह्वान कर रहे हैं. जिन क्षेत्रों में पौधे लगाए जाएंगे, उनका नाम रामायण के पात्रों के नाम पर रखा जा रहा है. इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. विभिन्न स्थानों पर प्रतिदिन हजारों गड्ढे खोदे जा रहे हैं. इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए, गड्ढे खोदने की दर को बढ़ाकर रोज 2 लाख गड्ढे करने के लिए मिट्टी खोदने वाली मशीनें खरीदी जा रही हैं.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत देश भर में लगाए जाने वाले 140 करोड़ पेड़ लगाने के अभियान में इंदौर नंबर 1 आएगा. इंदौर में 7 से 14 जुलाई के बीच 51 लाख पौधे लगाए जाएंगे. अभियान की शुरुआत आज रविवार 16 जून को प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे. कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि इंदौर में 3000 लोकेशन पर पौधे लगाए जाएंगे, जिनकी मैप पर जियो टैगिंग भी की जाएगी. इसकी वेबसाइट पर कोई भी व्यक्ति देख सकेगा, उसके घर के नजदीक कहां प्लांट लगा रहे है. जमीन देखकर पौधे लगाएंगे कौनसा पौधा कहां लगेगा यह तय किया जा चुका है. पौधारोपण के लिए गड्ढे करने के लिए 20 पोकलैंड, 25 जेसीबी, 250 मजदूर जुटे हुए है. अलीराजपुर और झाबुआ से भी एक्सपर्ट आएंगे जो रेवती पकड़ी पर प्लांटेशन करेंगे.
कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि यह शहर की मानसिकता बदलने का अभियान है. इसमें हम एक प्रयोग करने वाले है, एक व्यक्ति 10 पेड़ लगाए. हमारे पूर्वजों के नाम छोटे-छोटे वन बने, रामायण के सभी पात्रों के नाम से भी छोटे वन बनाएंगे. इस अभियान के लिए 51 लाख गड्ढे खोदना सबसे बड़ी चुनौती था. पहले दिन 7 हजार गड्ढे हुए थे, जिनकी संख्या बढ़ती जा रही है और कल से 2 लाख गड्ढे हर दिन होंगे. इंदौर प्रशासन के सभी विभाग के अधिकारी इसमें जुटे हुए है.
यही नहीं अगली पीढ़ी को भी इसके लिए तैयार करने के उद्देश्य से हर स्कूल में बच्चों के लिए बीज और थैली देंगे, स्कूल संचालक मिट्टी देंगे और स्कूल के बच्चे पौधे लगाएंगे. इस अभियान के लिए 40 लाख पेड़ वन विभाग से, 10 लाख पेड़ अलग-अलग जगह से लिए जाएंगे. साउथ इंडिया से जितने के पेड़ खरीदे, उतना खर्च लाने में लग रहा है. पहले यह अभियान 1 दिन में करने की योजना थी, लेकिन शहर के सभी पर्यावरणविद के साथ बैठे तो पता चला कि पेड़ लगा देंगे, लेकिन सुरक्षित नहीं रहेंगे.
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