डेस्क: प्लेन (Plane) में सफर (Journey) करने के कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन हर यात्री (Passenger) को करना पड़ता है. इसमें सबसे प्रमुख नियम है सामानों से जुड़ा. क्या सामान आप कैबिन लगेज में रख सकते हैं और क्या नहीं, इसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए. साथ ही कैबिन में ले जाने वाले लगेज का वजन कितना हो और चेक-इन बैगज का लगेज, वो भी निर्धारित होता है. पर कुछ एयरलाइन्स में तो बैग का साइज भी पहले से तय कर देते हैं.
हाल ही में इंग्लैंड (England) से स्पेन जा रही एक महिला (Women) अपने साथ एक बैग लेकर कैबिन में घुस रही थी, तभी उसे रोक दिया गया. उसका बैग देखते ही फ्लाइट अटेंडेंट (Flight Attendant) ने उसे अंदर जाने से रोका. बैग देखते ही उसके ऊपर 8 हजार का जुर्माना लगा दिया गया! जब आप इसका कारण जानेंगे तो हैरान हो जाएंगे.
ऑक्सफोर्ड की रहने वाली 45 साल की कैथरीन वॉरिलो (Catherine Warrilow) पिछले महीने स्टैन्सटेड से सविल जा रही थीं. उन्होंने रयानएयर में बुकिंग करवाई थी. उन्होंने प्रायॉरिटी बोर्डिंग के लिए पहले से पेमेंट किया हुआ था. इसके अलावा वो 10 किलो बैग साथ ले जा सकती थीं और कैबिन में सीट के नीचे रखने के लिए एक छोटा बैग ले जा सकती थीं.
पर जैसे ही वो फ्लाइट के अंदर घुस रही थीं, उन्हें फ्लाइट अटेंडेंट ने अंदर जाने से रोका. उसे महिला के बैग से आपत्ति थी. वो इसलिए क्योंकि उनके बैग का साइज, तय साइज से 2 सेंटीमीटर ज्यादा लंबा था. कैथरीने ने कुछ सामानों को बाहर निकाला और अपने एक्सपैंडेबल बैग का स्ट्रैप खींचकर उसे छोटा कर दिया. मगर उसके बावजूद भी उन्हें बैग ले जाने से रोका गया. उनके सामने शर्त रख दी गई कि या तो वो बैग छोड़कर जाएं, या फिर बैग ले जाने के लिए 8 हजार रुपये चुकाएं.
उन्हें वो रुपये चुकाना पड़ा. जब वो लौट रही थीं तब भी यही समस्या खड़ी हुई, जिसकी वजह से उन्होंने 3800 रुपये ज्यादा दिए, जिसके बाद उनके बैग को चेक-इन लगेज में डाला गया. इस तरह उन्हें करीब 12 हजार रुपये सिर्फ एक बैग के लिए चुकाने पड़े. हालांकि, बाद में कैथरीन ने कंज्यूमर फोरम में इसकी शिकायत कर दी, और कंपनी को एक मेल भी भेजा. जिसके बाद कंपनी ने उनके रुपये लौटा दिए और कहा कि कर्मचारी सिर्फ नियम के अनुसार कदम उठा रहे थे, पर गुडविल के नाते वो पैसे लौटा रहे हैं.
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