• img-fluid

    सबसे बड़े बैंक पर आ रही वेब सीरीज, तीन घंटे में दिखेगा 90 साल का इतिहास

  • July 30, 2024

    नई दिल्ली: देश में बैंकों का बॉस कहे जाने वाले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपने कामकाज और 90 साल के सफर पर एक वेब सीरीज लाने की योजना बना रहा है. यह वेब सीरीज पांच एपिसोड की होगी. आरबीआई के 90 वर्ष पूरे होने के अवसर पर वेब सीरीज के निर्माण और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए ई-टेंडर के जरिये बोलियां मांगी गई है. ई-टेंडर के आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, वेब सीरीज करीब 3 घंटे की होगी और इसके एक एपिसोड की अवधि 25-30 मिनट रखने का प्रस्ताव है. इसे टीवी चैनल या ओटीटी मंच पर प्रसारित किया जाएगा.

    आरबीआई ने अपनी स्थापना के इस वर्ष अप्रैल में 90 साल पूरे कर लिए हैं. आरबीआई ने कहा कि 5 एपिसोड की इस सीरीज में देश की अर्थव्यवस्था में केंद्रीय बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में लोगों की समझ को बढ़ाया जाएगा ताकि पब्लिक के साथ आरबीआई के जुड़ाव को बढ़ावा मिल सके. इस वेब सीरीज में आरबीआई के विजन और मिशन दोनों के बारे में बताया जाएगा.


    भारतीय रिज़र्व बैंक देश का केंद्रीय बैंक है जो कि बैंकिंग नियामक है. यह सभी बैंकों के संचालन के लिए नियम बनाता है और उनकी निगरानी करता है. आरबीआई ही ब्याज दरें तय करता है. भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना अंग्रेजों के जमाने में की गई थी. हिल्टन यंग आयोग की सिफारिशों के आधार पर देश की मुद्रा और साख पर नियंत्रण रखने के लिए रिजर्व बैंक का गठन किया गया. भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत इसकी स्थापना की गई. 1 अप्रैल, 1935 को आरबीआई ने काम करना शुरू किया.

    RBI के मुख्य काम

    1. नोट छापने का अधिकार: भारतीय रिजर्व बैंक को नोटों को छापने का एकाधिकार है. केवल एक रूपये के नोट (सिर्फ वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है) को छोड़कर आरबीआई सभी प्रकार के नोट जारी करता है.
    2. बैंकों के लिए नियम बनाना: भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार और देश के बैंकों के लिए नियम बनाता है, साथ ही ब्याज दरों का निर्धारण करता है.
    3. फॉरेक्स रिजर्व का नियंत्रण: आरबीआई, देश के विदेशी मुद्रा भंडार का संरक्षक होता है. वह देश के फॉरेन एक्सचेंज रेट को स्थिर रखने के उद्देश्य से विदेशी करेंसी को खरीदता और बेचता है.

    Share:

    जल आपूर्ति योजनाओं में हुई गड़बड़ी के लिए तकनीकी आडिट के निर्देश

    Tue Jul 30 , 2024
    विधानसभा में शहरी पेयजल प्रोजेक्ट पर उठे सवाल के बाद पहली बार सरकार का फैसला उज्जैन, नागदा सहित प्रदेश के सात जिलों के इंजीनियरिंग कालेजों को प्रोजेक्ट के आडिट की जवाबदारी सौंपी उज्जैन। मध्यप्रदेश सरकार को शहरी क्षेत्रों में चल रहे या पूरे हो चुके प्रोजेक्ट का तकनीकी परीक्षण कराने के लिए पहली बार अपने […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved