पैरिस। कुछ लोग भारत(India) में रहकर ही पढ़ाई करते हैं, तो कुछ लोग विदेश जाकर डिग्रियां हासिल (get degrees abroad) करते हैं. विदेशों की बात की जाए तो वहां काफी ऐसी डिग्रियां दी जाती हैं, जो भारत में नहीं होतीं. विदेशों में कई ऐसे कोर्सेज (Werid Degree Course) भी होते हैं, जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा.
खाना और पीना (Food and drink) हर किसी की लाइफ (Life) में काफी जरूरी है. इसके महत्व को देखते हुए फ्रांस की एक यूनिवर्सिटी खाने-पीने और रहने की भी डिग्री दे रही (University is also giving degree of food and drink) है. सुनने में यह अजीब लग सकता है, लेकिन यह बात बिल्कुल सच है. फ्रांस अपने बेहतरीन फूड वैरायटी, वाइन और लग्जरी लाइफ स्टाइल के लिए जाना जाता है, इसलिए फ्रांस की एक टॉप यूनिवर्सिटी पीने, खाने और जीवन जीने के तरीके पर मास्टर डिग्री कोर्स करा रही है. फ्रांस की यूनिवर्सिटी जो इसकी मास्टर डिग्री दे रही है, उसका नाम साइंस पो ली (Sciences Po Lille) है. इसकी ऑफिशिअल वेबसाइट के मुताबिक, इस कोर्स को बीएमवी (BMV) यानी ‘बोयर, मैंगर, विवर’ (खाना, पीना, रहना) कहा जाता है. इस कोर्स में फूड (Food), ड्रिंक (Drink), फूड टेक्नीक (Food tech), गैस्ट्रो-डिप्लोमेसी (Gastro-diplomacy) के साथ काफी सारे अन्य विषयों के बारे में भी पढ़ाया जाएगा. इस कोर्स की शुरुआत लेक्चरर बेनोइट लेंगेन (Benoit Lengaign) द्वारा की गई है. वे मानते हैं, “साइंस पो ली, काफी अच्छी यूनिवर्सिटी है जो ह्यूमन और सोशल साइंस (Human and social science) के समकालीन मुद्दों को प्रस्तुत करती है और उनका सामना करने के लिए भी तैयार रहती है. इसलिए इस कोर्स में खाने, पीने और रहने से संबंधित विभिन्न प्रश्नों के जवाब हासिल कर पाएंगे.” रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस कोर्स में लाइफस्टाइल (Lifestyle), खान-पान (Food), खेती (Farming ) और बहुत कुछ शामिल है. यहां के स्टूडेंट्स फूड और ड्रिंक पर आयोजिक विभिन्न सेमिनार में भी भाग लेते हैं. साथ ही साथ इस कोर्स में हर वो चीज बताई जाएगी जो खाने-पीने और रहने में मदद कर सके. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे पहले 15 छात्रों ने इस कोर्स में एडमिशन लिया था. मास्टर्स कोर्स में एडमिशन लेने के कुछ समय बाद पहले बैच ने इस कोर्स की काफी हंसी उड़ाई थी. लेकिन धीरे-धीरे उन्हें इस कोर्स में मजा आने लगा और आज वे रेगुलर क्लास आते हैं. वहीं कुछ स्टूडेंट्स का भी कहना है कि यह कोर्स शुरूआत में काफी बोरिंग लगा था, लेकिन जैसे-जैसे इसके बारे में पढ़ते गए, इंटरेस्ट बढ़ने लगा.