इंदौर (Indore)। केसरबाग रेलवे क्रॉसिंग पर टू लेन चौड़ा रेल ओवरब्रिज ही बनाया जाएगा। रेलवे के आग्रह के बाद नगर निगम मान गया है और उसने रेलवे को ब्रिज निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया है। अब रेलवे का निर्माण विभाग नवंबर-दिसंबर रेल ओवरब्रिज बनाने के लिए एजेंसियों से प्रस्ताव मांगेगा।
जब रेलवे ने नगर निगम अफसरों से केसरबाग क्रॉसिंग पर टू लेन रेल ओवरब्रिज बनाने की अनुमति मांगी थी, तब नगर निगम ने यह कहते हुए अनुमति रोक दी थी कि रोड पर टू के बजाय फोर लेन ब्रिज बनना चाहिए। इधर, रेलवे इसके लिए तैयार नहीं था। रेल अफसरों का तर्क दिया कि आमतौर पर रेलवे क्रॉसिंग खत्म करने के लिए केवल पटरी का ऊपरी हिस्सा अपने खर्च पर बनाता है, लेकिन केसरबाग क्रॉसिंग के मामले में रेलवे पूरा खर्च उठाएगा।
फिलहाल रेलवे जितनी चौड़ाई का ब्रिज बना रहा है, उतना नगर निगम बनने दे। यदि कुछ साल बाद ब्रिज पर ट्रैफिक दबाव बढ़ेगा, तो नगर निगम जरूरत के अनुसार उसके समानांतर नया टू लेन ब्रिज अपने खर्च पर बनवा दे। रेल अफसरों के आग्रह को नगर निगम के अफसरों से अंतत: मान लिया है और ब्रिज निर्माण की अनुमति दे दी है।
30 से 35 करोड़ का खर्च
रेलवे सूत्रों के अनुसार केसरबाग क्रॉसिंग पर रेल ओवरब्रिज बनाने में 30 से 35 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इसका पूरा खर्च रेलवे की वहन करेगा। काम शुरू होने के कम से कम डेढ़ साल में ब्रिज बनकर तैयार होगा। इससे पुराने आरटीओ रोड स्थित केसरबाग क्रॉसिंग से चोइथराम चौराहा तक वाहन चालक निर्बाध रूप से आना-जाना कर सकेंगे।
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