नई दिल्ली। सोचिए अगर गाड़ियां बिना किसी ईंधन के खुद ब खुद चार्ज होती रहें, तो कितना अच्छा होगा ! अगर आपने ट्रेन (Train) में सफर किया है, तो आपको पता होगा कि वो बिजली, डीजल या कोयले से चलती हैं. शुरुआत में ट्रेनें कोयले से चलती थीं, फिर डीजल से चलने वाली ट्रेनें आईं, लेकिन आजकल ज्यादातर ट्रेनें (Train) बिजली से चलती हैं. दुनियाभर में कई एडवांस टेक्नोलॉजी (advance technology) वाली ट्रेनें आ गई हैं जो तूफान की स्पीड में सफर करती हैं।
बिना ईंधन दौड़ती रहेगी ट्रेन
ऑस्ट्रेलिया के इस प्रोजेक्ट के ज़रिये ज़ीरो एमिशन होगा और कम से कम कीमत में लौह अयस्क को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाया जा सकेगा। खनन कंपनी फोर्टेस्क्यू ने विलियम्स एडवांस्ड इंजीनियरिंग को खरीदकर इस तकनीक पर काम शुरू किया है। ये एक जगह से दूसरी जगह तक जाते वक्त ही चार्ज हो जाएगी और इसकी बैटरी में ये एनर्जी सेव होती रहेगी। चूंकि ये पटरी पर दौड़ते हुए ही चार्ज हो जाएगी, इसलिए इसकी एनर्जी कभी खत्म नहीं होगी। धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति इसकी एनर्जी का आधार होगी।
कैसे चलते-चलते होगी चार्ज ?
बताया जा रहा है कि ट्रेन की 244 बोगियों वाली ट्रेन में 34,404 टन लौह अयस्क भरा होगा। इससे ट्रेन भारी हो जाएगी और जब ट्रेन माल खाली करके वापस लौटेगी, तो ग्रैविटेशनल फोर्स से चार्ज हो जाएगी। माल लदे होने और खाली होने के बाद भी ट्रेन आसानी से चार्ज हो जाएगी। फोर्टेस्क्यू की सीईओ एलिज़ाबेथ गेन्स के मुताबिक इनफिनिटी ट्रेन दुनिया की सबसे बेहतरीन, ताकतवर और सामर्थ्यवान इलेक्ट्रिक ट्रेन होगी। इससे डीज़ल का उपयोग बंद हो जाएगा। कई मॉडर्न कारों में भी रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग होती है, जिससे ब्रेक लगाने पर घर्षण से ऊर्जा पैदा होती है, इसी तकनीक को अब ट्रेन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
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