सतना। मुकुन्दपुर स्थित महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू में फिर एक बाघ की मौत हो गई। कुछ दिन पहले ही यहां एक सफेद बाघ की मौत हुई थी। मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के संचालक संजय रायखेड़े ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 31 दिसम्बर 2020 को सामान्य नर बाघ (नकुल) की अचानक मृत्यु हो गई। नकुल को 18 जनवरी 2016 को सिद्धार्थ गार्डन जू औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से लाया गया था। नर बाघ नकुल के स्वास्थ में 31 दिसम्बर 2020 को अचानक गिरावट देखी गई, जिसकी तत्काल सूचना कीपर द्वारा जू के क्यूरेटर एवं संचालक को दी गई।
उन्होंने बताया कि वन्यप्राणियों के निरीक्षण एवं उपचार हेतु पूर्व से जू मुकुन्दपुर में उपस्थित वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. जेपी त्रिपाठी एवं डॉ. अभय सेंगर द्वारा वनमण्डलाधिकारी सतना की उपस्थिति मे नर बाघ नकुल का उपचार शुरू किया गया। इलाज के दौरान ही दोपहर 12.06 बजे पर नाइट हाउस के सेल में बाघ की मृत्यु हो गयी। शाम को मृत बाघ का शव बाड़ा के नाइट हाउस सेल रखा गया और 01 जनवरी को स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेन्सिक एण्ड हेल्थ नाना जी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय रीवा एवं संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाए रीवा से आये पशु चिकित्सकों, विशेषज्ञों द्वारा पोस्टमार्टम किया गया।
उन्होंने बताया कि मृत्यु के कारणों की विस्तृत जांच हेतु सेम्पल एकत्रित किया जाकर सुरक्षित रखा गया एवं वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मृत वन्यप्राणी का निर्धारित प्रोटोकाल अनुसार समस्त अवयवों सहित दाह संस्कार किया गया।
गौरतलब है कि गत 25 दिसम्बर को मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में सफेद बाघ गोपी की मौत हो गई थी। अभी उसकी मौत के कारणों का खुलासा भी नहीं हुआ था कि अब एक सप्ताह बाद ही दूसरे बाघ नकुल की भी मौत हो गई।