अयोध्या: अयोध्या में प्रभु राम का भव्य मंदिर तेजी के साथ तैयार हो रहा है. दिसंबर 2024 तक संपूर्ण मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. यानी कि मंदिर के शिखर का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा. राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के नक्काशीदार पत्थरों से मंदिर को आकार दिया जा रहा है. मंदिर का शिखर पूरा होने के बाद लगभग 40 फुट लंबाई का एक स्तंभ लगाया जाएगा.
हालांकि ग्राउंड से लेकर मंदिर के शिखर तक की ऊंचाई 161 फिट है. 40 फुट स्तंभ लगने के बाद ग्राउंड से मंदिर के शिखर की लंबाई लगभग 200 फिट हो जाएगी. यह स्तंभ अपने आप में अद्भुत और अनोखा होगा. खास बात यह है कि यह स्तंभ लगभग 200 सालों तक वैसे का वैसे बना रहेगा. आंधी तूफान आने पर भी इस स्तंभ में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इस बात की जानकारी राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है.
दरअसल अयोध्या में इन दिनों दो दिवसीय मंदिर निर्माण समिति की बैठक चल रही है और बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिया गया है. राम मंदिर में लगने वाले 40 से 45 फीट ऊंचा स्तंभ आ चुका है. दिसंबर 2024 तक मंदिर के शिखर का निर्माण पूरा हो जाएगा. उसके बाद 40 फीट ऊंचा धातु का स्तंभ लगाया जाएगा. तेज हवा और बारिश के पानी से इस स्तंभ को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. स्तंभ में एक भगवा ध्वज लगाया जाएगा .ध्वज लगाने के लिए एक डोरी लगाई जाएगी. इसके अलावा दूर से ही मंदिर का शिखर दिखाई देगा.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का शिखर बनने के बाद एक ध्वज लहराया जाएगा. जिसकी लंबाई 40 फुट की होगी. स्तंभ लगने के बाद शिखर से 40 से 45 फीट ऊंचा रहेगा, तो टोटल मिलाकर ग्राउंड लेबल से शिखर लगभग 200 फिट हो जाएगा.
चंपत राय ने बताया कि यह स्तंभ आंधी और तूफान में भी वैसे का वैसे बना रहेगा. इतना ही नहीं सीबीआर के इंजीनियर ने बताया कि यह स्तंभ आंधी तूफान के झटके झेल लेगा. चंपत राय ने बताया कि ऐसे स्तंभ में धातु का प्रयोग किया जा रहा है, जिसकी आयु लगभग 2 वर्ष की है. इतना ही नहीं हवा, धूप और पानी पर भी उसका कोई असर नहीं पड़ेगा. स्तंभ में कपड़ा कैसे लगेगा, इसके लिए एक डोरी लगाई जाएगी .
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