इन्दौर। दक्षिण भारत (South India) में पाया जाने वाला दुर्लभ पक्षी (rare bird) खरमोर (Kharmor) मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के 5 जिलों में आना शुरू हुआ है। पहला खरमोर का जोड़ा कल धार में देखे जाने के बाद खुशी की लहर दौड़ गई।
सीसीएफ हरिशंकर मोहंता ने बताया कि हर वर्ष बारिश के दिन में 20 अगस्त तक दक्षिण भारत (South India) से खरमोर (Kharmor) पक्षियों का झुंड मालवा के धार, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर और नीमच में आता है। यहां वे लगभग अक्टूबर माह तक रुकते हैं और अंडा देकर वापस चले जाते हैं। शिकारी या ग्रामीण इन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकें, इसको लेकर वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई है। खरमोर पक्षी (Kharmor bird) केवल दक्षिण भारत (South India) में ही पाया जाता है। वह हर साल बारिश के दिनों में सिर्फ मालवा के ही 5 जिलों में आता है और अंडे देकर चला जाता है। भारत के और किसी कोने में यह पक्षी नहीं जाता है।
आठ साल तक नहीं दिखे थे खरमोर
खरमोर पक्षी (Kharmor bird) 2009 के पहले मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सरदारपुर, धार, रतलाम, नीमच में देखे गए थे, लेकिन उसके बाद से लेकर 2017 तक नहीं दिखे। 2009 में सरदारपुर के पानपुरा अभयारण्य में 9 जोड़े आए थे। उसके बाद वे लुप्त हो गए, लेकिन पिछले 3 साल से फिर अगस्त माह में खरमोर पक्षी (Kharmor bird) के जोड़े दिखने लगे हैं। पिछले वर्ष चार जोड़े देखे गए थे, वहीं इस वर्ष एक जोड़ा आ गया है। माह अंत तक और जोड़े आ सकते हैं।
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