भोपाल। सीएम राइज स्कूल की तर्ज पर अब प्रदेश के हर जिले में सर्वसुविधा संपन्न एक आदर्श महाविद्यालय बनाया जाएगा। इनमें पढऩे वाले विद्यार्थियों को छात्रावास सहित अधोसंरचना, प्रयोगशाला और खेल सुविधाएं होगी। इनमें ई-लाइब्रेरी, वर्चुअल लैब और रिसर्च फैसिलिटी भी विकसित की जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग ने इसके लिए महाविद्यालयों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। यहां जरूरत पडऩे पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शुरू किए गए नए पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि विद्वान भी रखे जाएंगे। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक विद्यार्थियों का रिजल्ट बेहतर हो, इसके लिए शिक्षण व्यवस्था बेहतर करने पर प्रयास करने होंगे।
कालेजों को नवाचार करने होंगे। विद्यार्थियों की उपस्थिति, प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट आदि पर फोकस रहेगा। इन कालेजों में यह व्यवस्था भी रहेगी कि विद्यार्थियों का निरंतर और सतत मूल्यांकन होगा, इसके लिए उन्हें नियमित होमवर्क भी दिए जाएंगे। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के मद्देनजर विशेषज्ञों के लेक्चर, ग्रुप डिस्कशन, माक टेस्ट आदि भी कराए जाएंगे। विद्यार्थियों को शोध आदि के लिए भी तैयार किया जाएगा।
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