नई दिल्ली । अंतरिम जमानत के बाद (After Interim Bail) तीन साल से फरार चल रहे (Absconding from Three Years) कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह (Notorious Lawrence Bishnoi Gang) के एक सदस्य (A Member) को मुठभेड़ के बाद (After an Encounter) दिल्ली में (In Delhi) गिरफ्तार कर लिया गया (Got Arrested) । पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। आरोपी की पहचान योगेश उर्फ गोघा के रूप में हुई है, जो पहले हत्या के प्रयास, डकैती, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट सहित 16 आपराधिक मामलों में शामिल था, जो दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में दर्ज थे।
पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) आलोक कुमार ने कहा कि फरार गैंगस्टर के उत्तर-पश्चिम और बाहरी दिल्ली इलाके में मौजूद होने की सूचना मिली थी। डीसीपी ने कहा, उसकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटाई गई और दो महीने से अधिक के लगातार प्रयासों के बाद सोमवार को ब्रिटानिया चौक फ्लाईओवर के पास एक जाल बिछाया गया और योगेश को उसकी ओर जाते हुए देखा गया।
हालांकि, जब उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो योगेश ने पिस्तौल निकाली और पुलिस टीम की ओर फायरिंग कर दी। शीर्ष अधिकारी ने कहा, टीम के सदस्यों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और आरोपी को काबू कर लिया और उसे निर्वस्त्र कर दिया। उसके कब्जे से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और दो गोलियां बरामद की गईं। पूछताछ में पता चला कि योगेश नरेला थाने का ‘एक्टिव बैड कैरेक्टर’ है।
आरोपी को 2019 में हत्या के प्रयास के एक मामले में चार साल की कैद की भी सजा सुनाई गई थी और जून 2020 में 45 दिनों की अंतरिम जमानत दी गई थी। उसके बाद वह फरार हो गया। डीसीपी ने कहा, उसने यह भी खुलासा किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई-जितेंद्र गोगी गिरोह का एक सक्रिय सदस्य है और रसद और वित्तीय मदद प्रदान करता है। वह एक मुकेश उर्फ पुनीत का सहयोगी है, जो इस सिंडिकेट का सक्रिय सदस्य भी है।
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