भिंड/भोपाल । मध्य प्रदेश (MP) के भिंड जिले में (In Bhind District) एक मजबूर बेटे (A Forced Son) को एंबुलेंस नहीं मिली (Not Getting an Ambulance) तो वह अपने पिता (His Father) को हाथ ठेले पर (On Hand Cart) छह किलोमीटर दूर (Six Kilometers Away) अस्पताल ले गया (Taken to Hospital)। यह तस्वीर कांग्रेस ने जारी कर सरकार पर तंज कसा है।
मामला भिंड जिले के मारपुरा गांव का बताया जा रहा है। यहां के हरी नाम के व्यक्ति के पिता की मंगलवार को तबियत बिगड़ी, उसकी माली हालत अच्छी नहीं है और उसने पिता को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए फोन लगाया, मगर एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसके बाद हरी अपने पिता को हाथ ठेले पर ही दबोह अस्पताल ले गया। उसके गांव से दबोह की दूरी पांच से छह किलोमीटर बताई जा रही है।
हाथ ठेले पर मरीज को ले जाते हुए एक तस्वीर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट पर जारी करते हुए लिखा है, “यह है शिवराज सरकार का 18 वर्ष का विकास और स्वास्थ्य सिस्टम। भिंड जिले में एक मजबूर बेटे ने एंबुलेंस के लिये कई फोन लगाये, नहीं आयी तो छह किमी ठेले पर ही पिता को ले गया अस्पताल।”
ज्ञात हो कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को लेकर कई ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं जो विभागीय गड़बड़ियों का खुलासा करती हैं। अभी हाल ही में अनूपपुर की एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें एंबुलेंस न मिलने पर मां के शव को उसके बेटे मोटरसाइकिल पर बांध कर 80 किलोमीटर दूर अपने गांव ले गए थे।
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