बॉन। सितंबर में होने वाले आम चुनाव(General Election) में चांसलर पद का उम्मीदवार (Chancellor nominee) कौन होगा, जर्मनी के सत्ताधारी गठबंधन में इसे लेकर उठा विवाद गहराता जा रहा है। गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन(सीडीयू) (Christian Democratic Union) ने कहा है कि उसके नए निर्वाचित नेता आर्मिन लैशेट ही गठबंधन का चेहरा होंगे। लेकिन गठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) (Christian Social Union) ने इस पद के लिए अपने नेता की दावेदारी को वापस लेने से इनकार कर दिया है। बीते 16 साल से मौजूदा चांसलर अंगेला मैर्केल (Chancellor Angela Merkel) इस गठबंधन की नेता रही हैं। लेकिन अब उनके उत्तराधिकारी के सवाल पर उस समय विवाद खड़ा हुआ है, जब जनमत सर्वेक्षणों में सत्ताधारी गठबंधन की लोकप्रियता लगातार गिरती दिख रही है।
सीडीयू के महासचिव पॉल जीमियक ने कहा है कि सीडीयू के नेता को उसकी क्षेत्रीय इकाइयों में भारी समर्थन है। इसलिए उनका नाम वापस लेने का कोई सवाल नहीं है। लेकिन सीएसयू के नेता और बावरिया राज्य के प्रधानमंत्री मार्कस सोडर साफ किया है कि वे अपनी दावेदारी वापस नहीं लेंगे। रविवार को अचानक उन्होंने अपना दावा पेश कर दिया था। उसके पहले आम समझ थी कि लैशेट ही अगले चुनाव में गठबंधन का चेहरा होंगे। सोडर ने कहा कि सीडीयू की क्षेत्रीय इकाइयों में समर्थन होना गठबंधन का चेहरा होने का पैमाना नहीं हो सकता। गौरतलब है कि अंगेला मैर्केल पहले ही एलान कर चुकी हैं कि अगले चुनाव के बाद वे चांसलर का पद छोड़ देंगी।
जनमत सर्वेक्षणों में फिलहाल सोडर की लोकप्रियता लैशेट से ज्यादा बताई जाती है। सीडीयू गठबंधन के वोटरों में भी वे लैशेट से ज्यादा लोकप्रिय बताए जा रहे हैं। मगर सीडीयू का नेतृत्व मजबूती से लैशेट के पक्ष में खड़ा है। सोमवार को लैशेट ने कहा कि इस मसले पर सोडर से सीधी बातचीत करेंगे। उन्होंने ध्यान दिलाया कि सीडीयू से जुड़ी 15 प्रादेशिक पार्टियों ने मिल कर उन्हें नेता चुना था। लैशेट के इस बयान के बाद सोडर ने कहा कि सीएसयू इस मामले में जल्दबाजी में किसी फैसले के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस हफ्ते अंत में इस मामले में सीडीयू नेतृत्व के साथ बातचीत की जरूरत है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved