– सभा स्थल के तय समय पर मात्र 100 से 150 लोग इकट्ठा थे, बाद में इतनी भीड़ जुटी कि जगह कम पड़ गई, कमलनाथ ने भीड़ का खुद वीडियो बनाया
इंदौर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की कल सांवेर के ग्राम अर्जुन बड़ौदा में हुई आमसभा में एक समय भीड़ का टोटा पड़ गया। स्थिति यह थी कि कमलनाथ का हेलिकाप्टर सभा स्थल के पास उतर चुका था, तभी उन्हें सूचना दी गई कि सभा स्थल पर भीड़ नहीं है। इस पर कमलनाथ सांवेर के कुछ खेतों में पहुंचे और वर्षा से चौपट हुई सोयाबीन की फसल का मुआवजा करने लगे। जब सभा स्थल पर भीड़ जुटी, तब कमलनाथ को बुलाया गया।
कमलनाथ की सभा शुरू होने का समय कांग्रेस ने प्रात: 10.30 बजे का दिया था, मगर 11 बजे तक सभा स्थल पर 100 से 150 लोग ही मौजूद थे। सांवेर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू का चेहरा भी कम भीड़ देखकर लटका हुआ था। चूंकि कमलनाथ समय के काफी पाबंद हैं। 11.26 बजे कमलनााथ का हेलिकाप्टर सभा स्थल के आसपास मंडराने लगा। उस समय भी भीड़ कम थी और मंच पर कांग्रेस नेत्री अर्चना जायसवाल, केके यादव मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि भीड़ कम होने की सूचना कमलनाथ को दी गई तो उन्होंने अपने तय कार्यक्रम में फेरबदल किया और सांवेर के आसपास के गांवों में खराब हुई फसलों का मुआयना करने पहुंच गए। धीरे-धीरे भीड़ जुटना शुरू हुई और एक समय ऐसी स्थिति आई कि अंदर रखी तमाम खाली कुर्सियां भरा गईंऔर मंच भी नेताओं से भर गया। इसके बाद कमलनाथ को सूचना दी तो वे सभास्थल पर आए। आते ही कमलनाथ ने सबसे पहले यहां मौजूद मतदाताओं का आभार माना और कहा कि आपने यहां आकर मेरा नहीं कांग्रेस का सम्मान बढ़ाया है। कमलनाथ ने अपने संबोधन में शिवराजसिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सांवेर से भाजपा के संभावित प्रत्याशी तुलसी सिलावट पर भी हमला किया। संबोधन में उनके द्वारा कहे गए शब्द कि मैंने मप्र के विकास का सपना देखा, भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की, लोगों को शुद्ध और कम कीमत पर दूध मिले इसका प्रयास किया, 36 लाख किसानों का कर्जा माफ किया। आप ही बताएं कि मैंने कोई गुनाह किया। इस पर सभा स्थल पर काफी तालियां बजीं।
डाक्यूमेंट्री फिल्म देखकर लोग भावुक हुए
कमलनाथ का संबोधन शुरू होने से पहले उनके जीवन से जुड़ी एक डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई, जिसमें कमलनाथ ने स्कूल और कालेज में कहां शिक्षा ली, उनका राजनीतिक जीवन कैसे शुरू हुआ, इंदिरा गांधी, संजय गांधी के संपर्क में वे कैसे आए और राजनीति में केंद्रीय मंत्री बनने से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने का सफर कैसे तय किया। राजनीतिक उठापटक के बीच जैसे ही उनकी सरकार गिरी और पत्रकारवार्ता लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, उस समय उनकी आंखों में आंसू थे। इसके अलावा कई ऐसे घटनाक्रम डाक्यूमेंट्री फिल्म में दिखाए गए। फिल्म देखकर यहां लोग भी भावुक हो गए और कई बार तालियां बजाईं।
पटवारी ने सिंधिया को प्रदेश का सबसे बड़ा भू-माफिया बताया
प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी भी कल आक्रामक मुद्रा में नजर आए। उन्होंने यहां मौजूद लोगों से कहा कि आप कमलनाथ का समर्थन न करें, कांग्रेस का समर्थन न करें, समर्थन करना है तो सिर्फ सच्चाई का करें। इसके आधार पर उपचुनाव में अपना वाट डालें। कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया को उन्होंने प्रदेश का सबसे बड़ा भू-माफिया बताया और कहा कि सिंधिया की राजनीति सिर्फ गुमराह करने की है। पहले कांग्रेस को गुमराह किया, अब अपने स्वार्थ के लिए भाजपा को गुमराह कर रहे हैं।
गुड्डू बोले- हमेशा सांवेर के साथ खड़ा रहा हूं
कांग्रेस की पहली सूची में सांवेर से प्रत्याशी घोषित हुए प्रेमचंद गुड्डू ने कहा कि मैं कहीं भी रहा हूं, मगर सांवेर से मेरा हमेशा परिवार जैसा नाता रहा है और हमेशा सांवेर के साथ खड़ा रहा हूं। उन्होंने कहा कि पांच साल की चुनी हुई कांग्रेस की सरकार को गिराकर किसने धोखा किया, यह जनता जानती है। सांवेर की जनता से उन्होंने वादा कि आपकी हर लड़ाई में मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा।
सभा स्थल जब भगवा झंडों से लहराया
आमसभा स्थल पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कमलनाथ, दिग्विजयसिंह, पे्रमचंद गुड्डू के पोस्टर-बैनर लगे थे और पूरा सभा स्थल तिरंगे झंडे से सजा हुआ था। कई कार्यकर्ताओं के हाथों में गुड्डू के नारे लिखे कांग्रेस के चुनाव चिह्न पंजे वाले झंडे भी लहरा रहे थे। कमलनाथ का संबोधन चल ही रहा था, उसी दौरान ढोल-ढमाकों के साथ भगवा झंडा लिए कार्यकर्ताओं का हुजूम सभा स्थल पर आ गया। तिरंगे झंडे के बीच भगवा झंडा देखकर हर कोई चौंक गया। बाद में पता चला कि भाजपा से जुड़े सक्रिय और हिन्दूवादी नेता संदीप शर्मा भाजपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली। मंच पर शर्मा ने कमलनाथ से मुलाकात की और उन्हें रामचरित मानस की प्रति भेंट की।
वर्मा नजर नहीं आए तो कई तरह की चर्चाएं चलीं
पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में कमलनाथ के सबसे करीबी सज्जनसिंह वर्मा सभा स्थल पर नजर नहीं आए। उनके मौजूद नहीं होने पर कई तरह की चर्चाएं चलने लगीं। बाद में वर्मा के समर्थक मनोज राजानी, मनीष रिझवानी ने बताया कि वर्मा के परिवार के लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं और वर्मा स्वयं भोपाल में क्वारेंटाइन हैं। हालांकि सभा में वर्मा समर्थक पूरे दम-खम के साथ शामिल हुए।
सांवेर को एक नहीं चार विधायक मिलेंगे
कांग्रेस की आमसभा को पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार, सत्यनारायण पटेल सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। इन नेताओं ने कहा कि सांवेर में गुड्डू के जीतने पर यहां की जनता को चार विधायक मिलेंगे। पहला विधायक गुड्ड्, दूसरा जीतू पटवारी, तीसरा संजय शुक्ला और चौथा विशाल पटेल होगा।
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