इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शुक्रवार को इंदौर में आयोजित महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक (State Working Committee meeting of Mahila Morcha) को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में महिलाओं (women) के राजनैतिक सशक्तिकरण, आर्थिक सशक्तिकरण और उनके सामाजिक सशक्तिकरण का महाअभियान चल रहा है। मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य था, जिसने महिलाओं के राजनैतिक सशक्तिकरण के लिए यह तय किया कि स्थानीय निकायों में बहनों को 50 प्रतिशत रिर्जेवेशन दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों में आधी सीटें बहनों के लिए सुरक्षित करने का काम भाजपा सरकार ने किया है। भाजपा सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना बनाकर बेटियों को लखपति बनाया। आज 43 हजार लाडली लक्ष्मी मध्यप्रदेश की धरती पर है। यह सामाजिक सशक्तिकरण करने का काम भाजपा सरकार ने किया है। राजनैतिक और सामाजिक सशक्तिकरण के साथ महिलाओं का आर्थिक तौर पर सशक्त हो इसके लिए हमने यह निर्णय लिया कि महिला स्वसहायता समूह के माध्यम से उनका आर्थिक सशक्तिकरण हो। आज समूह की बहनें यूनिफार्म बनाने से लेकर रेडी टू इट फूड बना रही है। इसके अलावा अनेक उत्पाद बनाकर देश विदेश में भी निर्यात कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने ऐतिहासिक निर्णय लेकर मध्यप्रदेश का राजनैतिक और सामाजिक परिदृश्य बदला है।
मुख्यमंत्री ने महिला मोर्चा को सौंपे तीन काम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिला मोर्चा लगातार पार्टी के कार्यक्रमों के साथ ही रचनात्मक और सामाजिक कार्यो में लगा हुआ है। आगामी समय में महिला मोर्चा और भी महत्वपूर्ण कार्य करेगा। संगठन विस्तार की दृष्टि से मोर्चा के 3 महत्वपूर्ण कार्य है। जिसमें पहला लाडली लक्ष्मी योजना के लाभान्वित परिवारों से महिला मोर्चा की बहनें संवाद स्थापित करें और उन्हें पार्टी से जोडे। दूसरा कार्य मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के माध्यम से गरीब परिवार की बेटियों का विवाह कराना और तीसरा काम स्वसहायता समूह की महिलाओं को पार्टी से जोडने का काम महिला मोर्चा की बहनों को करना है।
संगठन कार्य के साथ अपने क्षेत्र की महिला प्रतिभाओं को पार्टी से जोडे
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि हमारी संस्कृति में नारी को प्रथक स्थान दिया है और इसलिए हमारे देश को भारत माता कहा जाता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यों में हमारी बहनों की बडी भूमिका है। आज हर क्षेत्र में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभा रही है। महिला मोर्चा संगठन कार्यो के साथ बूथ बूथ पर अलग अलग क्षेत्रों में समाज में विशेष कार्य करने वाली ऐसी प्रतिभावान बहनों को जोडे जो सामाजिक नेतृत्व करती हो। महिलाओं में नेतृत्व करने की क्षमता होती है। आज केन्द्र और राज्य सरकार में हमारी बहनें केन्द्रीय मंत्री के रूप में बखूबी अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने माताओं, बहनों का दुख दर्द समझा
शर्मा ने कहा कि महिला मोर्चा ने संगठन पर्व के अंतर्गत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों को सक्रियता के साथ निभाया। मध्यप्रदेश में महिला मोर्चा प्रभावी रूप से अपनी भूमिका निभा रहा है। चाहे संगठन के नियमित कार्यक्रम हो या चुनाव कार्यक्रम। महिला मोर्चा की सभी कार्यकर्ता बहनों की सक्रियता अभिनंदनीय है। उन्होंने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को सींचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। आपातकाल के दौरान उन्होंने कई यातनाएं सही, लेकिन उन्होंने क्रूर सरकार के खिलाफ झुकना स्वीकार नहीं किया। श्रद्धेय राजमाता जी जैसी व्यक्तित्व और कृतित्व का प्रतिमान है कि मध्यप्रदेश के संगठन को देश भर में आदर्श संगठन कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 सालों तक किसी भी सरकार ने माताओं बहनों के दुख दर्द को नहीं समझा लेकिन जब गरीब मां का बेटा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनता है तो वह गरीब माताओं के लिए योजनाएं बनाता है। प्रधानमंत्री जी ने उज्जवला योजना बनाकर माताओं, बहनों का दुख दर्द कम किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री चौहान ने मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाया है।
प्रतिभा को खोजना और गढना ही संगठन का मुख्य कार्य
प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि प्रतिभा को खोजना और गढ़ना ही संगठन का मुख्य कार्य है और जो कार्यकर्ता हमारे पास उपलब्ध है उन्हें और अधिक प्रशिक्षित कैसे किया जा सके, साथ ही जो अच्छे कार्यकर्ता है उन्हें पार्टी कार्य के लिए किस तरह उपलब्ध कराया जा सके इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि संगठन में प्रति क्षण ही प्रशिक्षण है। जब हम संगठन में कार्य करते है तो हर जगह बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं बहनों का उदाहरण देते हुए कहा कि अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए भी महिला कार्यकर्ता प्रवास कर सकती है। पूरे देश में आज मध्यप्रदेश के संगठन कौशल की प्रशंसा होती है। कुशाभाऊ ठाकरे जी और राजमाता जी ने इसे एक अलग पहचान दी है। संगठन महापुरूषों ने अत्यधिक प्रवास किए और संगठन को खड़ा किया इसलिए “संगठन गढ़े चलो“ ठाकरे जी की जन्म शताब्दी वर्ष का धेय वाक्य है।
हमारे यहां देवताओं से बढकर नारी का सम्मान : विजयवर्गीय
राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमने उस देश में जन्म लिया है जहां नारी को पूजा जाता है। हमारे देश में नारी का सम्मान ब्रह्मा, विष्णु, महेश से भी बढ़कर है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा की तरह सृजन करने का कार्य सिर्फ नारी कर सकती है। विष्णु की तरह उसका पालन पोषण करती है और भगवान महेश की तरह बच्चे पर आई विपदा को हर लेती है।
विजयवर्गीय ने कहा कि मातृशक्ति की भूमिका हमेशा निर्णायक रही है। वे जिस तरफ समर्थन करती है उसकी विजय निश्चित है। हाल ही में उत्तराखंड में हमें अभूतपूर्व विजय प्राप्त हुई है। उसके पीछे मातृशक्ति का समर्थन है। अब भारत वह पिछडा हुआ भारत नहीं है जो दूसरे देशों के सामने याचक की भूमिका में खड़ा रहता था, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का नवनिर्माण हुआ है। अब हमारा देश सक्षम, शक्तिशाली और संपन्न राष्ट्र बना है। उन्होंने कहा कि देश की बढ़ती हुई साख को खराब करने के लिए कुछ लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं उनसे सामना करने का साहस केवल मातृशक्ति में है। (एजेंसी, हि.स.)
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