इंदौर। इंदौर लोकसभा से अभी तक कोई नाम तय नहीं होने के कारण रोज नित-नए नाम सामने आ रहे हैं। इस बीच दिल्ली से भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं को फोन आया और उनके मुताबिक 3-3 महिलाओं के नाम भेजने के लिए कहा, ताकि लोकसभा प्रत्याशी का नाम तय किया जा सके। इसके बाद कुछ और महिलाओं के नाम भी सामने आए हैं। वहीं कल दो केंद्रीय मंत्रियों के नाम सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नई चर्चा चल पड़ी। इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी तय करने में जितनी देर कर रही है, उससे रोज नए-नए कयास लगाए जा रहे हैं और माना जा रहा है कि इस बार केंद्रीय नेतृत्व ने इंदौर से किसी महिला उम्मीदवार को उतारने का मन बना लिया है। अभी तक महिला उम्मीदवार को लेकर डॉ. दिव्या गुप्ता, कविता पाटीदार के नाम तो प्रमुख रूप से सामने आ ही रहे हैं,
वहीं इसी सप्ताह पूर्व पार्षद अर्चना चितले, हिंदू संगठन से जुड़ी माला सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक मालिनी गौड़, अंजू माखीजा के नाम भी जुड़े हैं तो इसमें अब मेघा खानविलकर, पूर्व मोर्चा अध्यक्ष ज्योति तोमर, विनीता कोठारी का नाम भी सामने आ रहा है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि दो दिन पहले दिल्ली भाजपा कार्यालय से कुछ वरिष्ठ नेताओं को फोन आया था और उनसे इंदौर में सक्रिय 3-3 महिलाओं के नाम मांगे गए थे। इनमें सुमित्रा महाजन, कृष्णमुरारी मोघे, बाबूसिंह रघुवंशी और कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेताओं से राय मांगी गई थी। इन नेताओं ने इंदौर से सक्रिय महिला नेत्रियों के 3-3 नाम भेज दिए हैं। इसी के आधार पर कयास लगाए जा रहे हैं कि इंदौर से किसी महिला उम्मीदवार के नाम पर फैसला लिया जा सकता है। हालांकि इसको लेकर अंदर ही अंदर कार्यकर्ताओं का कहना है कि इंदौर से किसी सक्रिय महिला नेत्री को ही लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए, जो सबको पहचाने और पार्टी का ेलेकर साथ चल सके। दूसरी ओर सांसद शंकर लालवानी ने अभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी है और वे लगातार बड़े नेताओं के संपर्क में बने हुए हैं तो कुछ पुरुष नेता भी दिल्ली पहुंचकर अपनी बात रख चुके हैं। कल सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और एस. जयशंकर जैसे नेताओं के नाम इंदौर लोकसभा प्रत्याशी के रूप में चले, लेकिन स्थानीय नेताओं का कहना है कि पार्टी ऐसा कोई प्रयोग इंदौर में नहीं करेगी और किसी बाहरी को टिकट नहीं देगी।
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