इंदौर। जूनी इंदौर क्षेत्र में दोस्त के साथ खाना खाने जा रहे एक युवक की सडक़ हादसे में मौत हो गई। उसे किसी बाइक सवार ने टक्कर मारी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के जिला अस्पताल पहुंचाया है। टक्कर मारने वाले वाहन सवार मौके से फरार हो गए। जहां दुर्घटना हुई है, वह एक्सीडेंट झोन है, जिसकी कई बार शिकायत हुई है। रोज यहां देर शाम से रात तक हादसे होते रहते हैं, लेकिन जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं।
चौहान नगर पीपल्याहाना का रहने वाला 19 साल का हिमांशु पिता भागीरथ फर्नीचर का काम करता था। वह अपने दोस्त रोहित के साथ खाना खाने के लिए जा रहा था। जूनी इंदौर ब्रिज पर उसकी बाइक को अन्य बाइक ने टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर चोटें आने के चलते उसकी मौत हो गई। उसके दोस्त रोहित को भी मामूली चोटें आई हैं। टक्कर मारने वाले बाइक सवार बाइक छोडक़र फरार हो गए। बताया जा रहा है कि हिमांशु के चार भाई-बहन हैं। वह और उसका परिवार फर्नीचर के काम से जुड़ा हुआ है। कलेक्टर ऑफिस के पास ही फर्नीचर का काम चल रहा था। हिमांशु और रोहित त्रिवेणी कॉलोनी से होते हुए माणिकबाग ब्रिज पर वन-वे रोड से चढ़े और फिर सैफी नगर की तरफ रांग साइड से उतरने लगे, तब सामने से आ रही बाइक ने दोनों को टक्कर मार दी।
जिस ब्रिज पर हादसा हुआ वह एक्सीडेंट झोन….
यह वन-वे एक्सीडेंट झोन बन गया है। सैफी नगर से त्रिवेणी की ओर जाने वालों के लिए ब्रिज के बीचोबीच यह बन-वे बनाया गया, लेकिन वाहन चालक शार्टकट के चक्कर में त्रिवेणी से इस वन-वे में गलत दिशा में आते और फिर माणिकबाग ब्रिज पर दोबारा गलत दिशा में सैफी नगर की ओर उतरने में हादसे का शिकार होते हैं। अकसर यहां ऐसी स्थिति में एक्सीडेंट होते रहते हैं। वाहन चालक ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि त्रिवेणी से सैफी नगर जाने वाले रास्ते को ब्रिज बनने के बाद बंद कर दिया और वहां जाने के लिए या तो ब्रिज के नीचे से घूमकर आना पड़ता है या फिर पलसीकर तिराहे से घूमकर आना पड़ता है। क्रांगेस नेता दीपक छाबड़ा और दीपक वानखेड़े ने हादसों को लेकर कई बार शिकायतें की थीं।
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