नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) में इस साल विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं। हालांकि, अभी चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया फिर भी सूबे की सियासत चरम पर है। मौजूदा राजनीतिक माहौल को लेकर जनता के मूड को देखें तो ऐसा लग रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। एक हालिया सर्वे में सत्ताधारी महायुति सरकार (Ruling grand coalition Government) से बेदखल होती नजर आ रही है। लोक पोल सर्वेक्षण (Public poll survey) के अनुसार, लोकसभा चुनाव में बुरी स्थिति के बाद महायुति को विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ सकता है।
राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों में से बहुमत के लिए 145 सीटें चाहिए। सर्वे के मुताबिक, महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) को 141 से 154 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि उन्हें 41 से 44 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। वहीं, महायुती को 115 से 128 सीटें मिल सकती हैं और उनका वोट प्रतिशत 38 से 41 प्रतिशत के बीच हो सकता है। अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों को 5 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है, जिनके खाते में 15 से 18 प्रतिशत वोट जा सकते हैं।
सर्वे के मुताबिक, क्षेत्रीय स्तर पर देखा जाए तो ठाणे-कोकण क्षेत्र में महायुती महाविकास आघाड़ी से आगे रहेगी, जबकि खानदेश में दोनों के बीच कड़ी टक्कर है। विदर्भ, मुंबई, पश्चिम महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में महाविकास आघाड़ी का बोलबाला रहने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव में भी इन क्षेत्रों में महाविकास आघाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया था, जिसका फायदा विधानसभा चुनाव में भी हो सकती है।
सर्वे की मानें तो विदर्भ क्षेत्र में महायुती को सिर्फ 15 से 20 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महाविकास आघाड़ी 40 से 45 सीटें जीत सकती है। खानदेश में दोनों को 20 से 25 सीटें मिलने की संभावना है। ठाणे-कोकण में महायुती को 25 से 30 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महाविकास आघाड़ी को 5 से 10 सीटों तक सीमित रहने का अनुमान है।
मुंबई में महाविकास आघाड़ी 20 से 25 सीटें जीत सकती है, जबकि महायुति 10 से 15 सीटों ही मिलने के आसार हैं। पश्चिम महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी 30 से 35 सीटें जीत सकती है, वहीं महायुति को 20 से 25 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। मराठवाड़ा में महाविकास आघाड़ी को 25 से 30 और महायुति को 15 से 20 सीटें मिल सकती हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में भी महायुति की स्थिति काफी खराब थी। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से महायुति को केवल 17 सीटें मिली थीं। हालिया सर्वे के नतीजे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रहे हैं, जहां सत्ताधारी महायुति को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है और महाविकास आघाडी विधानसभा चुनाव में जीत की ओर बढ़ रही है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जनता किसे सूबे का सिरमौर बनाती है।
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