नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर वोटर लिस्ट और पहचान पत्र जारी करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. इसी के तहत मेघालय में भी मतदाताओं को फोटो वाले पहचान पत्र (ईपीआईसी) मिलने लगे हैं, लेकिन इस दौरान बड़ी लापरवाही भी देखने को मिल रही है. यहां ऐसे कई लोगों हैं जिन्हें एक से ज्यादा मतदाता पहचान पत्र प्राप्त हुए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ को जहां दो कार्ड मिले हैं, तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें तीन से अधिक कार्ड मिले हैं. गौरतलब है कि एक ही मतदाता को जारी किए जाने वाले ऐसे कई कार्डों में से कुछ में अलग-अलग इलेक्टोरल नंबर होते हैं.
लोगों के अनुसार, वर्तमान में 25 जनवरी 2024 को आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर सभी निर्वाचन क्षेत्रों में संबंधित बीएलओ के माध्यम से मतदाता कार्ड जारी किए जा रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि, जब एक से ज्यादा कार्ड इशू होने का पता चला तो इसकी जानकारी तुरंत संबंधित इन्यूमरेटर्स (गणनाकारों) को दे दी गई.
आखिरी दो नंबर में मिल रहा अंतर
गुरुवार को दूसरे निर्वाचन क्षेत्र के एक अन्य बीएलओ को एक ही मतदाता का ईपीआईसी मिला, लेकिन, दो अलग-अलग नंबरों के साथ, यानी जहां पहले आठ अक्षर समान हैं, वहीं अंतिम दो अलग-अलग हैं. जब उससे पूछा गया कि सही नामांकन संख्या कौन सी है, तो बीएलओ ने जवाब दिया कि, “मैं वास्तव में इसका जवाब नहीं दे सकता. केवल वरिष्ठ अधिकारी ही इसका जवाब जानते हैं.”
सीनियर अफसर भी जता रहे हैं हैरानी
वहीं, चुनावी प्रक्रिया की जानकारी रखने वाले लोग ऐसी घटना पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं. एक सीनियर गवर्नमेंट ऑफिसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, “अपने पूरे करियर में, मैं अलग-अलग रूप में चुनाव आयोग के साथ जुड़ा रहा हूं और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मैं नहीं जानता कि मैं क्या कहूं. यहां तक कि आधार और पैन कार्ड भी एक ही जारी होते हैं.”
राजनीतिक दलों ने भी जताई आपत्ति
शिलांग के सांसद और मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विंसेंट एच पाला ने कहा, “मैं इस जानकारी से हैरान और चिंतित हूं. मैं इसके बारे में और अधिक पता लगाऊंगा और अगर यह सच है तो निश्चित रूप से किसी को ऐसी गंभीर गलती को स्पष्ट करना चाहिए, ऐसी गलती उस स्थिति में ठीक नहीं है जब जल्द ही चुनाव होने वाले हैं. वहीं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की मेघालय इकाई के अध्यक्ष चार्ल्स पाइनग्रोप ने कहा कि “अगर यह सच है तो यह बहुत चिंताजनक है. पूरे देश में जल्द ही लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, मुझे लगता है कि चुनाव आयोग को ऐसे मामलों की तुरंत जांच करनी चाहिए और किसी भी विसंगति को दूर करने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने चाहिएं. दो अलग-अलग ईपीआईसी नंबर वाला मतदाता भ्रमित हो जाएगा कि कौन सा सही है और कौन सा गलत.”
मुख्य निर्वाचन अधिकारी बोले- जल्द होगा समाधान
मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, बी.डी.आर. तिवारी का इस मामले में कहना है कि, “यह संभव नहीं है. यह एक गलती हो सकती है. ऐसा नहीं होना चाहिए, हो सकता है कि मतदाता ने पुराना कार्ड वापस न किया हो. यह निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी के स्तर पर किया जाता है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इस तरह की नकल केवल एक बैच में हुई है, लेकिन हम अब भी आगे की जांच कर रहे हैं और यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो उचित उपाय तुरंत शुरू किए जाएंगे. मुझे लगता है कि वहां कुछ गलती हुई होगी, लेकिन यह सुनिश्चित करना संबंधित ईआरओ की जिम्मेदारी है कि ऐसा न हो. इस मामले का जल्द ही समाधान किया जाएगा.”
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