नई दिल्ली: बारिश का मौसम अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और ठंड का असर अब बढ़ने वाला है. कुल मिलाकर फिलहाल मौसम का संक्रमणकाल चल रहा है. यह समय स्वास्थ्य को लेकर काफी संवेदनशील होता है. खासकर मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है. इस वजह से मच्छर जनित बीमारियों का काफी खतरा रहता है. डेंगू से लेकर मलेरिया और चिकुनगुनिया तक के मामले बढ़ने लगते हैं. इस मौसम में अक्सर दिल्ली नगर निगम (MCD) की ओर से फॉगिंग और फ्यूमिगेशन किया जाता है, ताकि मच्छर पनप न सकें. साथ ही डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाते हैं. पानी के जमाव को रोकने का प्रयास किया जाता है और ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है. इन सबके बावजूद दिल्ली की हालत इस बार कुछ ठीक नहीं लग रहा है. MCD की लेट-लतीफी को देखते हुए अब लोग खुद ही चंदा इकट्ठा कर फ्यूमिगेशन यानी की धुआं कर रहे हैं, ताकि मच्छरों के फैलाव को रोका जा सके.
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सात दिनों में दिल्ली में डेंगू के 300 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. इस साल डेंगू के अभी तक 1229 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 651 मामले तो इसी महीने सामने आए हैं. इसके अलावा डेंगू के 256 मामले अगस्त महीने में रिकॉर्ड किए गए थे. मतलब यह कि पिछले दो महीनों में ही तकरीबन तीन तिहाई डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि, पिछले साल के मुकाबले यह काफी कम हैं. साल 2023 में इसी समय डेंगू के कुल पॉजिटिव मामले 3013 थे. हालांकि, मलेरिया और चिकुनगुनिया के मामले पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा हैं.
डेंगू के मामलों में कमी दर्ज की गई है, लेकिन मलेरिया और चिकुनगुनिया के मामलों में काफी वृद्धि हुई है. इस महीने तक दिल्ली में मलेरिया के 363 मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल इसी समय यह संख्या 294 थी. दूसरी तरफ, चिकुनगुनिया के मामले में भी दोगुनी वृद्धि देखी गई है. राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक चिकुनगुनिया के 43 नए केस सामने आ चुके हैं. साल 2023 में समान अवधि में यह आंकड़ा 23 था. इस तरह चिकुनगुनिया के मामले में तकरीबन दोगुना का ईजाफा हुआ है. दिल्लीवालों के लिए यह चिंता का सबब है.
MCD के अधिकारियों ने बताया कि फॉगिंग कैंपेन को बढ़ाने की योजना है. दशहरा और दुर्गा पूजा के दौरान अभियान को और रफ्तार देने की प्लानिंग है. इसका उद्देश्य मच्छों के प्रकोप को कम करना और लोगों को सुरक्षित रखना है. बता दें कि हर साल इस मौसम में मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ जाता है. इसके लिए सरकार के स्तर पर कैंपेन चलाया जाता है, लेकिन इस बार कुछ सुस्ती दिख रही है. ऐसे में दिल्ली के जलभराव की आशंका वाले इलाकों में लोग खुद को मच्छों से बचाने के लिए चंदा इकट्ठा कर फ्यूमिगेशन (धुएं का फैलाव) या फॉगिंग करवा रहे हैं. लोगों को डर है कि कही वे मच्छरों के विषैले और जानलेवा डंग की चपेट में न आए जाएं. बता दें कि एमसीडी के दिशा-निर्देशों का पालन न करने वालों से फाइन वसूलने के साथ ही बार-बार आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज कराया जाता है.
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