- ट्रेक्टर व एक मोटरसाइकिल सहित पानी की टंकी मलबे में दबे
नलखेड़ा। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते रख रखाव के अभाव में जीर्ण-शीर्ण हो चुकी ग्वालियर रियासत के प्राचीन किले की वर्षों पुरानी दीवार भरभराकर ढह गई। अचानक हुई इस घटना में नगर के सिद्धनाथ पाटीदार का दीवार के समीप खड़ा 1 ट्रेक्टर, एक मोटरसाइकिल सहित नगर पंचायत की पानी की टंकी मलबे में दब गए। गनीमत है कि उस दौरान पानी की टंकी से कोई पानी नहीं भर रहा था अन्यथा कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था।
शुक्रवार प्रात: लगभग 9 बजे पुराने अस्पताल पर जाने के चढ़ाव के पास किले की दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। इस दौरान राहगीर अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागे। घटना की जानकारी लगने पर प्रभारी तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव, सीएमओ रामचंद्र शिंदल, विधायक प्रतिनिधि गोर्वधन वेदिया दलबल मौके पर पहुंचे एवं मलबा हटाने का कार्य प्रारंभ किया गया। कुछ समय बाद मौके पर अनुविभागीय अधिकारी सोहन कनास पहुंचे जिनके द्वारा सम्पूर्ण किले का निरीक्षण कर जहाँ जहाँ से किले की दीवार जीर्ण शीर्ण है अथवा क्षतिग्रस्त है उन्हें तत्काल गिराने के निर्देश सीएमओ को दिए गए। साथ ही किले की दीवार पर उगे हुए पेड़ पौधों को हटाने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि उक्त किला सैकड़ों वर्ष प्राचीन होकर ग्वालियर रियासत के समय का है। जिसका आज तक पुरातत्व विभाग सहित किसी अन्य विभाग द्वारा रखरखाव नहीं किया गया जिसके कारण इसकी दीवारें स्थान स्थान से जीर्ण शीर्ण हो गई है। इस संबंध में कई बार समाचार पत्रों में भी समाचारों का प्रकाशन किया गया था लेकिन जिम्मेदारों के ध्यान नही देने से शुक्रवार को किले की दीवार गिरने की घटना हुई है।