बाड़मेर। रेत के रेगिस्तान में जहां दूर तक बलुई रेत हवा संग अठखेलियां करती दिखती हैं, जहां हवा की लगातार बदलती दिशा में रेत के धोरे भी अपनी जगह बदलते रहते हैं, वहां एयर कंडीशंड अस्पताल की कल्पना बेमानी लगती है। लेकिन, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की जिद पर यह बेमानी सा लगने वाला ख्याल महज 24 घंटों में साकार रूप ले चुका है। खुद के खर्च पर पचपदरा के समीप सांभरा के रण में राजस्व मंत्री ने 25 बेड का एयर कंडीशंड अस्पताल बनवाया है। जिसे शनिवार को स्थानीय प्रशासन के सुपुर्द किया गया।
बाड़मेर जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते चिकित्सा व्यवस्थाएं चरमराने लगी है। ऐसे में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी अपने गृह जिले में कोविड-19 के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। राजस्व मंत्री ने एक दिन पहले ही बालोतरा के नाहटा अस्पताल का दौरा किया था, जहां मरीजों की बढ़ती संख्या और अव्यवस्थाओं का माहौल देखकर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने तुरंत अस्थाई कोविड अस्पताल बनाने का मन बनाया।
इसके बाद पचपदरा के समीप सांभरा के रण में विकट परिस्थितियों वाले स्थान पर अस्थाई कोविड अस्पताल बनाने का फैसला लेकर उन्होंने हाथों-हाथ अपनी निजी आय से 5 लाख रुपये की राशि भेंट कर इसका काम शुरू करवाया। राजस्व मंत्री के जोश और जुनून की बदौलत महज 24 घंटों में ही बंक हाउस में एयर कंडीशंड 25 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाकर तैयार कर दिया गया। राजस्व मंत्री ने शनिवार को इसका ध्वजारोहण कर अस्थाई कोविड अस्पताल का शुभारंभ कर प्रशासन को सुपुर्द किया। उन्होंने बताया कि भामाशाह और सभी के सहयोग की बदौलत ही 24 घंटे में यह अस्थाई कोविड अस्पताल बनकर तैयार हो गया है।