–लगभग 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति की आशंका
(रवीन्द्र जैन ) भोपाल। गुरुवार को भोपाल में आयकर विभाग ने कई बिल्डर और प्रमोटर पर ताबड़तोड़ छापे की कार्रवाई की। इसमें भोपाल और इंदौर के प्रतिष्ठित फैथ बिल्डर और भोपाल में छोटे से चुड़ी व्यापारी से रातों रात अरबपति बने पीयूष गुप्ता की कंपनियां शामिल हैं। आयकर विभाग को इन छापों में लगभग 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की संभावना है। फैथ बिल्डर के मालिक मध्यप्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी के साले हैं। भोपाल के जो बिल्डर और व्यवसायी आयकर के निशाने पर हैं उनमें फैथ बिल्डर के राघवेन्द्र सिंह तोमर, पीयूष गुप्ता के अलावा फारूख नसीमुद्दीन, महेन्द्र गोधा, विपिन जैन, प्रकाशचंद परियानी, पूनम गुप्ता, समरीन खान, राजकुमार जौहरी एवं पिछले दिनों मुंबई में एक मॉडल के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार जौहरी का बेटा राहुल जौहरी के नाम शामिल हैं।
कोरोना काल में जबकि पूरे देश में आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई रोक रखी है तब भोपाल में इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गुरुवार सुबह आयकर विभाग की एक दर्जन से अधिक टीमों ने भोपाल के अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ कार्रवाई की। सूत्रों के अनुसार इन बिल्डर के पास मध्यप्रदेश के कुछ अधिकारियों का पैसा लगे होने की सूचना है। फैथ बिल्डर ने भोपाल में लगभग 200 करोड़ रुपये की क्रिकेट एकेडमी बनाई है। इस एकेडमी का उद्घाटन पिछले दिनों जोर-शोर से कराया गया था। तभी से आयकर विभाग की नजर इस बिल्डर पर थी। एए एण्ड एए एण्ड कंपनी के मालिक पीयूष गुप्ता के बारे में बताया जाता है कि वे भोपाल में छोटे चुड़ी व्यवसायी थे। वर्तमान में उनकी और उनके परिवार की लगभग 18 कंपनियों में भागीदारी है। इनमें एनपीआर एण्ड एसोसिएट, श्री पीएसबी इंटरप्राइजेस, गोल्डन ग्रुप रियल स्टेट प्रायवेट लिमिटेड के जीएन कॉलोनाइजर, गोल्डन इंटरप्राइजेस, गोल्डन इंसपिरिया, एए एण्ड एए एण्ड कंपनी, श्री राधे एण्ड कंपनी, फोनिक्स रिएल्टी, ब्लेक रोज एण्ड कंपनी, व्हाइट एण्ड रोज एण्ड कंपनी, राज रियल स्टेट आदि कंपनियां शामिल हैं।बताया जाता है कि आयकर विभाग को कुल 112 बेनामी संपत्तियों की सूची मिली है।
*यह भी निशाने पर*
गोल्डन रियल्टी के फारूख नसीमउद्दीन, शिव रियल्टी के महेन्द्र गोधा, आर्या इंटरप्राइजेस के विपिन जैन, व्हाईट रोज एण्ड कंपनी में पार्टनर प्रकाशचंद परियानी, राज रियल्टी के पूनम गुप्ता, समरीन खान, राहुल जौहरी और राजकुमार जौहरी भी आयकर के निशाने पर हैं।
*सबसे बड़ी कार्रवाई की उम्मीद*
दरअसल पिछले साल ईडी के डायरेक्टर को एक शिकायत हुई थी कि जिसमें भोपाल के अधिकारियों का पैसा फैथ बिल्डर और पीयूष गुप्ता की कंपनियों में लगे होने की जानकारी दी गई थी। ईडी ने केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को पत्र लिखकर जांच कराई। बताया जाता है कि प्रत्यक्ष कर बोर्ड की गोपनीय जांच में पता चला था कि इन बिल्डर के पास प्रदेश के रिटायर अधिकारियों का लगभग पांच सौ करोड़ रुपये लगा है। जिसे उन्होंने एकेडमी और कई प्रोजेक्ट में निवेश किया है। इस संपत्ति से भोपाल में 357 एकड़ जमीन, 22 रेसीडेंसियल प्लाट, 7 फ्लेट, 6 मकान, 4 डुप्लेक्स, 2 होटल/रिसोर्ट एवं 8 रेसीडेंसियल प्रोजेक्ट, 2 शापिंग मॉल, 4 दुकानें, 2 होटल्स आदि में निवेश किया है। आयकर विभाग ने अभी इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved