अलवर ।श्रम मंत्री टीकाराम जूली से मृतक बच्चों के बड़े भाई साहिल ने कहा कि जब मेरे भाई को अस्पताल लेकर गए तो वहां डॉक्टर ने मुझसे कहा तुम जाकर पहले पर्ची कटा कर लाओ फिर इलाज होगा। उसके 15-20 मिनट बाद डॉक्टर आए। तब तक उसकी अंतिम सांस चल रही थी। अगर उसे पहले इलाज मिलता तो शायद वह बच सकता था। जिसे सुन मौके पर मौजूद सभी लोग हतप्रद रह गए।
दअरसल श्रम मंत्री टीकाराम जूली सहर में हुई बरसात के पानी के बहाव से नाले में बहने से हुई दो बच्चों की मौत मामले में शोकाकुल परिवार से मिलने मंगलवार को उनके घर पहुंचे थे। तभी यह बात उनको मृतक बच्चों के बड़े भाई ने बताई।
मीडिया से बात करते हुए श्रम मंत्री ने कहा कि यह गंभीर बात है सरकार ने स्पष्ट गाइडलाइन दे रखी है कि इमरजेंसी मरीजों की पर्ची बाद में कटेगी पहले इलाज होगा। मैं इस बात की गंभीरता को समझते हुए अस्पताल पीएमओ से बात कर उस समय कौन चिकित्साकर्मी व चिकित्सक ड्यूटी पर थे। जिन्होंने इस तरह का गैर जिमेदार जवाब दिया। उनके खिलाफ जांच कर जरूर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोनों बच्चों की अकाल मौत होना हृदय विदारक वाली घटना है। सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार की पूरी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए और बाढ़ में बहने पर चार लाख का मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाता है। इसके लिए प्रपोजल तैयार करवा कर जल्दी ही सरकार को भिजवाया जाएगा ताकि जल्दी ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इस बार बरसात में कई जान गई है कहीं ना कहीं हमें भी जागरूक होना पड़ेगा। ऐसे मामलों में प्रशासन के साथ-साथ आमजन की भी कमी नजर आती है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए वह अलवर शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर जल्दी ही अधिकारियों की बैठक कर चर्चा करेंगे। इस दौरान सभापति बीना गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष योगेश मिश्रा, गौरीशंकर विजय आदि मौजूद थे।
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