नर्मदा पुल डूबा , बरगी डैम के 13 गेट खोले, 1 लाख 21 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा
जबलपुर। मध्य प्रदेश के इंदौर भोपाल सहित कई जिलों में मानसून काफी सक्रिय हो गया है ।आधा मध्यप्रदेश तरबतर हो गया है , लेकिन भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रदेश का जबलपुर मंडला और होशंगाबाद जिले प्रभावित हुए हैं। बताया गया है कि जबलपुर और मंडला जिले में तकरीबन 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश से यहां के नदी नाले सब खतरे के निशान को पार कर चुके हैं, जिससे बाढ़ से हालात भयावह हो गए हैं। कई जगहों पर पुल पुलिया डूबने से कई गांवों का सड़क संपर्क भी टूट गया है, जिससे सड़क यातायात ठप हो जाने से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। मंडला में नर्मदा नदी पर बना पुल बाढ़ के पानी में डूब गया है। बताया गया है कि नर्मदा पुल के ऊपर 4 से 5 फीट पानी बह रहा है, जिससे यह सड़क मार्ग भी ठप हो गया है । मंडला जिले के निचले इलाकों में बाढ़ से हालात बेकाबू हो चले हैं। इधर जबलपुर में भी बाढ़ ने कोहराम मचा दिया है। जिले के निचले इलाकों और कई गांव में जल जमाव होने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। जिले के ज्यादातर हिस्से में कभी तेज तो कभी रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है । महाकौशल क्षेत्र में 48 घंटे से हो रही बारिश के कारण बरगी डैम भी ओवरफ्लो हो गया है। जरूरत से ज्यादा पानी भरने के कारण बरगी डैम के 21 में से 13 गेट को खोल दिया गया है। बरगी डैम से 1 लाख 21 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिस कारण इलाके के निचले क्षेत्रों में बाढ़ और भयंकर हो गई है। बाढ़ में फंसे लोगों को भी सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा है। बरगी डैम 421 दशमलव 30 मीटर भर चुका है, जिस कारण से 13 गेटों को खोलना पड़ गया। अगर बारिश का दौर नहीं थमा तो जबलपुर मंडला और होशंगाबाद में हालात बाढ़ से और भयावह हो सकते हैं। सभी जगहों पर जिला प्रशासन की टीमों ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मोर्चा संभाल लिया है। बाढ़ में फंसे गांव में राहत सामग्री भिजवाई जा रही है। जबलपुर और मंडला में बाढ़ के हालात पर राज्य सरकार भी नजर बनाए हुए हैं।
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