नई दिल्ली। रूस द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन का पहला बैच तैयार कर लिया गया है। एक जानकारी के मुताबिक अगस्त माह के अंत तक ही कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू हो जाएगा और सितंबर तक यह आम लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। बता दें कि रूस ने पहले घोषणा की थी कि सितंबर में वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू होगा और अक्टूबर तक यह लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी लेकिन अब ताजा घटनाक्रम के मुताबिक एक माह पहले ही कोरोना वैक्सीन आम लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी।
कोरोना वैक्सीन दुनियाभर में कई कंपनियों द्वारा विकसित की जा रही हैं, जो कि अभी ट्रायल के विभिन्न चरणों में है। अब खबर आयी है कि भारत सरकार ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और अमेरिका की मोडेर्ना-NIAID फार्मा कंपनियों के साथ वैक्सीन खरीद सकती है। इसके लिए आज एक प्रतिनिधिमंडल कंपनियों के प्रमुखों के साथ अहम बैठक करेगा।
इसके अलावा भारत सरकार हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और अहमदाबाद स्थित जाइडस कैडिला कंपनी द्वारा विकसित की जा रही है वैक्सीन पर भी करीब से नजर बनाए हुए है। अधिकारियों के अनुसार, भारत अभी रूस द्वारा बनायी गई वैक्सीन के ट्रायल डाटा का इंतजार कर रहा है। इनके अलावा जर्मनी और इजरायल द्वारा बनायी जा रही वैक्सीन पर भी नजर है।
रूस के कोरोना वायरस के वैक्सीन बना लेने के दावे के बाद चीन की पहली कोविड-19 वैक्सीनAdz-nCoV को पेटेंट मिल गया है। इस वैक्सीन को सेना और CanSino Biologics ने मिलकर बनाया है। इस पेटेंट के लिए 18 मार्च को अनुरोध किया गया था और 11 अगस्त को इसकी मंजूरी दे दी गई। चीन के विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल के अंत तक इस वैक्सीन को लॉन्च किया जा सकता है।
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