गाजियाबाद | जिले में कंटेनमेंट जोन में काम कर रहीं सर्विलांस टीमों को रोजाना शाम को अपने क्रियाकलापों का ब्यौरा देना होगा। गाजियाबाद की 852 सर्विलांस टीमें अब सीधे इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करेंगी।
जिलाधिकारी डा. अजय शंकर पांडेय ने शुक्रवार को बताया कि शासन से कन्टेक्ट ट्रेसिंग को और व्यापक करने के आदेश आए हैं। इस पर जनपद में सक्रिय 852 सर्विलांस टीमों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में एक रोजनामचा दाखिल करना होगा। इस रोजनामचा में टीमें यह बताएंगी कि दिन भर किन-किन लोगों से संपर्क किया। क्या कोई आईएलआई (इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी) या सारी (गंभीर श्वसन रोग) के लक्षणों वाला मिला कि नहीं। यदि कोई इन लक्षणों वाला मिला तो टीम ने क्या कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि विकास भवन में संचालित किए जा रहे इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में चिकित्सकों की तैनाती की गई है, लेकिन कंट्रोल रूम की कमांड सीधे प्रशासन के हाथ में है।
इसके अलावा बूथ लेबल अधिकारी (बीएलओ) भी रोजाना अपनी दिनभर के आउटपुट की रिपोर्ट देंगे। कोविड उपचाराधीनों के लिए लगाई गईं एंबुलेंस को भी सीधे इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। इस नई व्यवस्था के बाद कंट्रोल रूम में रोज शाम को पूरे जनपद की वस्तुस्थिति की जानकारी उपलब्ध होगी। प्रशासनिक अधिकारी इस जानकारी की समीक्षा करेंगे और जरूरी होने पर फील्ड में काम कर रही सर्विलांस टीमों को उसी हिसाब से निर्देश दे सकेंगे। बता दें कि जनपद में काम कर रही सर्विलांस टीमों में एक स्वास्थ्य कर्मी और प्रशासनकर्मी को शामिल किया गया है। इसी प्रकार कोविड उपचाराधीनों के लिए लगाई गई एंबुलेंस को भी सीधे इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है।
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