मैरीलैंड। नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट ने 4 जुलाई को अपना पहला मिशन पूरा कर लिया । इस दौरान इसने 75 फीसदी तारों से भरे आसमान की तस्वीरें ले ली। यह इसका दो साल के सर्वे का एक हिस्सा है।
टीईएसएस ने 66 नए एक्सोप्लेनेट का भी पता लगाया। इसकी पुष्टि के लिए 2100 कैंडिडेट अंतरिक्ष यात्री काम कर रहे हैं। वर्ष टीईएसएस के अप्रैल माह में ग्रहों की खोज के लिए नासा का सैटेलाइट टीईएसएस केप कैनरवल से स्पेस एक्स फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। इस सैटेलाइट को लांच करने के पीछे किसी ग्रह की खोज के मद्देनजर सबसे बड़े एवं सबसे नजदीकी तारों व पूरे आसमान का सर्वेक्षण असली मकसद था।
सौर मंडल के बाहर मौजूद ग्रहों को तलाशने के लिए इस सैटेलाइट को लांच किया गया। हालांकि यह सैटेलाइट रेफ्रिजरेटर से अधिक बड़ा नहीं है। इसके ऊपरी हिस्से में चार कैमरे हैं जो रेडिएशन से इसका बचाव करते हैं। दो साल के इस मिशन में पहले एक साल दक्षिणी आकाश के 13 सेक्टरों और दूसरे साल में उत्तरी आसमान की तस्वीरें ली गई। अब इस मिशन को और बढ़ाया गया है।
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