नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है, वहीं इससे हुई मौत की संख्या में भी कमी आई है। मौजूदा समय में कोरोना से हुई मौत की दर 2 फीसदी से भी नीचे आ गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा के बेहतर प्रबंधन के कारण यहां मरीजों के ठीक होने की दर काफी बेहतर हुई है और मृत्यु दर में भी कमी आई है। यहां ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट के सिद्धांत पर तेजी से काम हुआ है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राजेश भूषण ने बताया कि दस राज्यों में कोरोना के 80 प्रतिशत एक्टिव मामले हैं और इन्हीं राज्यों में 80 प्रतिशत मौत भी हुई हैं। इसलिए इन राज्यों में खासकर बिहार, तेलंगाना, गुजरात, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने की आवश्यकता है। इन राज्यों में पॉजिटिविटी रेट काफी अधिक है। इसलिए इन राज्य सरकारों को ज्यादा टेस्ट करने की सलाह दी गई है।
राजेश भूषण ने कहा कि मौजूदा समय में प्रति दस लाख लोगों में 18320 टेस्ट किए जा रहे है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के हिसाब से देश में प्रति दस लाख की आबादी पर 140 टेस्ट किए जाने चाहिए लेकिन भारत में 506 टेस्ट प्रति दस लाख की आबादी पर प्रतिदिन हो रहे हैं। सबसे ज्यादा टेस्ट करने में गोवा, दिल्ली औऱ तमिलनाडु शामिल है।
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