मुंबई। घरेलू शेयर बाजार के विश्लेषकों के मुताबिक आने वाले सप्ताह में घरेलू इक्विटी बाजार व्यापक रूप से वृहद आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों की कमाई और वैश्विक संकेतों से संचालित होगा। इसके साथ ही निवेशक की नजर कोविड-19 महामारी के मोर्चे पर नवीनतम घटनाओं और रुझानों पर भी रहेगी। इसमें संक्रमण के मामलों के डेटा और घातक दर और साथ ही टीका परीक्षणों पर अपडेट भी बाजार को प्रभावित करेगा।
विश्लेषकों के मुताबिक यूएस-चीन के बढ़ते तनाव और कोविड-19 मामलों के लगातार बढ़ने से शेयर बाजार के निवेशकों में अनिश्चितताएं बढ़ रही हैं, जबकि वैक्सीन के मोर्चे पर शुरुआती सकारात्मक विकास एक बेहतर अवसर बना रहा है। इस प्रकार, शेयर बाजारों में अस्थिरता बनी रहने की संभावना है।
पिछले सप्ताह की आरबीआई मौद्रिक नीति के बाद, जिसने ब्याज दरों में यथास्थिति बनाए रखी, आने वाले सप्ताह में सभी की नज़र मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन संख्या पर होगी। वैश्विक संकेत और कमाई बाजार की प्रवृत्ति को निर्धारित करना जारी रखेंगे। इसके अलावा, मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा, मुद्रास्फीति, टीका परीक्षणों पर अपडेट और कोविड-19 स्थिति पर निवेशकों द्वारा बारीकी से नज़र रखी जाएगी।
विश्लेषकों के मुताबिक बाजार प्रतिभागी सप्ताह के दौरान कॉरपोरेट कंपनियों के तिमाही और मासिक आय पर भी गहरी नजर रखेंगे। इस सप्ताह जिन प्रमुख कंपनियों और बैंकों की तिमाही नतीजे आने वाले हैं उनमें , बैंक ऑफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बीपीसीएल, हीरो मोटोकॉर्प, एमआरएफ और एनटीपीसी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह सेंसेक्स 433.68 अंक यानी 1.15 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी। वही निफ्टी में 140.60 अंक यानी 1.26 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। (एजेंसी, हि.स.)
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