इन्दौर। सोमवार से शुरू होने वाली ट्रांसपोर्टरों की तीन दिनी हड़ताल का व्यापक असर रहे, इसके लिए छोटे लोडिंग रिक्शा को भी बंद रखा जाएगा। प्रदेश में किसी भी तरह के माल का ट्रांसपोर्ट नहीं किया जाएगा और न ही ट्रांसपोर्टरों के ऑफिस खुलेंगे। हड़ताल के दौरान ट्रांसपोर्टर प्रदेश की सीमा पर बने बैरियर पर जाकर ज्ञापन भी देंगे।
10 अगस्त से पूरे प्रदेश में ट्रांसपोर्ट और कमर्शियल वाहनों के चक्के थम जाएंगे। पहले ट्रांसपोर्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था, लेकिन अब 10 से 12 अगस्त यानी तीन दिन के लिए ही हड़ताल की जा रही है। कल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ दूसरे प्रदेशों के पदाधिकारियों की बैठक भी हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि सरकार की उदासीनता को लेकर तीन दिन के लिए चक्काजाम किया जाएगा। बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारी सीएल मुकाती, राकेश तिवारी, चतरसिंह भाटी, राजेन्द्रसिंह त्रेहान, विजय कालरा विशेष रूप से मौजूद थे। ट्रांसपोर्ट भवन में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि ट्रक मालिक, ट्रांसपोर्टर, बुकिंग, डिलीवरी, कमीशन एजेंट एवं समस्त व्यावसायिक वाहनों के संचालनकर्ता अपने वाहन और ऑफिस लॉकडाउन करेंगे। यहां तक कि छोटे लोडिंग रिक्शा तक बंद रहेंगे। ट्रांसपोर्टरों ने आरोप लगाया कि कोरोना काल ने इस व्यवसाय की कमर तो तोड़कर रख ही दी है, वहीं बैरियर पर होने वाली अवैध वसूली के कारण हमारे ड्राइवर और क्लीनर नमक-मिर्ची से रोटी खाने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें बैरियर पर पैसा बंाटना पड़ता है। 11 अगस्त को ट्रांसपोर्टर बैरियर पर ज्ञापन देने भी जाएंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved