1. गोल-गोल मैं घूम रही, गोल-गोल काटू चक्कर। सब कहते मुझको माता, फिर भी रखें कदमों पर।
उत्तर. धरती
2. कोई कहे मुझको आंसू, कोई कहे मुझको मोती। सरिसर्प मुझे चाट लेटे, मैं जब भी पत्तों पर होती।
उत्तर. ओस
3. गागर में जैसे सागर, वैसे मैं मटके के अंदर। जटा जूट और बेढंगा, ऊपर काला अंदर गोरा। पानी हूं मीठा ठंडा, रहता हूं लम्बे पेड़ों पर।
उत्तर. नारियल
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved