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    सेंट्रल जेल में चक्कर अफसर की बड़ी करतूत उजागर…अधीक्षक ने जांच में पकड़ा

  • August 04, 2020


    – वसूली के लिए गुर्गों को अलग से दे रखा था फोन, रिचार्ज भी कराते थे
    इन्दौर। जिला जेल में चौक राइटरों के माध्यम से अफसरों द्वारा प्रतिमाह लाखों रुपए की जबरिया वसूली कराए जाने का मामला उजागर होने के बाद अब इन्दौर की सेंट्रल जेल में भी इसी तरह का मामला जेल अधीक्षक ने पकड़ा है। यहां चक्कर अधिकारी की बड़ी करतूत का पर्दाफाश हुआ है। यहां पिछले एक माह से जेल अफसर ने अलग से फोन अपने गुर्गों को दे रखा था। यही नहीं, बाकायदा उसका रिचार्ज भी कराया जा रहा था, ताकि वसूली के लिए बाहर आउट गोइंग कॉल की जा सके, जबकि जेल से बाहर फोन करना प्रतिबंधित है।
    मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण के चलते सभी वार्डों में अलग-अलग फोन लगाए गए थे, ताकि कैदी अपने-अपने परिजनों द्वारा किए जाने वाले फोन को अटैंड कर उनसे बातचीत कर सकें और हाल जान सकें। यह फोन केवल इनकमिंग होता है। आउट गोइंग सेवा प्रतिबंधित लैंडलाइन फोन नंबर 9407166218 जो एयरटेल कंपनी का है, चक्कर अधिकारी सुनील मंडलेकर ने बीसी (भोजनशाला) में अलग से रखवा दिया था और उसमें रिचार्ज भी करवाया था, ताकि आउट गोइंग सेवा का उपयोग उसके वसूलीबाज गुर्गे कर सकें। सूत्रों ने बताया कि बीसी में लगे लैंडलाइन फोन को चक्कर अधिकारी के गुर्गों ने 21-6-2020 से 24-07-20 तक उपयोग किया। आउट गोइंग काल शहर और बाहर भी किए गए। यह कॉल उन्होंने वसूली के लिए किए थे। सूत्रों का कहना है कि हाल ही में जेल अधीक्षक राकेश भांगरे के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने मामले की जांच कराई और चक्कर अधिकारी की करतूत को पकड़़ा। सूत्रों का कहना है कि जेल में बंदियों द्वारा बाहर आउट गोइंग कॉल कर वसूलीबाजी की बात सामने आने पर अधीक्षक ने ताबड़तोड़ टेलीफोन बंद करवाए, बल्कि अफसरों को भी फटकार लगाई। बताया जा रहा है कि चक्कर अफसर की करतूत लंबे समय से चली आ रही थी। हालांकि इतना बड़ा मामला उजागर होने के बावजूद फिलहाल मामले को लीपापोती कर दबा दिया गया है, जबकि इस तरह के कृत्य में एफआईआर होना चाहिए।
    केवल बिस्तर बदला
    जेल सूत्रों का कहना है कि चक्कर अधिकारी मंडलेकर लंबे समय से यहां जमे हैं। उसका खास गुर्गा देवास का मनोज उर्फ लंगड़ा पिता मोहन जाटव है, जो लूट और हत्या के मामले में बंद है। इस वसूलीबाज कैदी की जेल अधीक्षक ने पिछले दिनों पिटाई भी कराई थी और 10 दिनों से उसका बिस्तर भी बदल दिया है।
    यह है चक्कर अधिकारी के गुर्गे
    सेंट्रल जेल में डिप्टी जेलर मंडलेकर का पाला वसूलीबाज गुर्गा मनोज लंगड़ा कर्नाटक का है। नीतेश बंटी उर्फ भूरा पिता रामप्रसाद, देवेंद्र चोटी पिता हरीश निवासी इन्दौर के अलावा गोविंद, बादल भी शामिल हैं जो बड़े रसूखदार कैदी और अन्य कैदियों को सुविधा के लिए उनके घरों पर फोन लगाकर पैसे भेजने पर दबाव बनाते हैं और नहीं भेजने पर संबंधित बंदी के परिजनों को धमकी देकर कैदी को यातना देने की धमकी भी देते हैं। इसकी जांच अधीक्षक करवा रहे हैं। ज्ञात रहे कि इसी तरह का मामला हाल ही में जिला जेल में भी सामने आया था। चक्कर अधिकारी मनोज चौरसिया ने भूमाफिया रितेश अजमेरा को पीटा था।

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