लखनऊ। भारतीय वायु सेना ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को साल 2009 में मिग-23 लडाकू बतौर गिफ्ट दिया था जिसे यूनिवर्सिटी के कैंपस में रखा गया था। अब ताजा खबर ये है कि इस लड़ाकू विमान मिग-23 को ओएलएक्स पर सेल के लिए लगा दिया गया है। इसकी कीमत ओएलएक्स पर 10 करोड़ रखी गई है।
इस बात की जानकारी सामने आने पर यूनिवर्सिटी ने इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं। यूनिवर्सिटी इस बात का पता लगा रही है कि इसके पीछे कौन हैं और ओएलएक्स पर ये एडवर्टाइजमेंट किसने दिया है। ये संदेह जताया जा रहा है कि एएमयू के किसी सदस्य के द्वारा ये एडवर्टाइजमेंट पोस्ट किया गया है जिसमें मिग-23 बीएन की तस्वीर लगी है और उसके सामने इसकी कीमत 10 करोड़ बताई गई है।
हालांकि यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने कहा है कि ओएलएक्स पर इस एडवर्टाइजमेंट को देने के पीछे किसी भी वर्तमान या पूर्व एएमयू सदस्य या स्टूडेंट का हाथ नहीं है। प्रो. अली ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। तस्वीर को ओएलएक्स से अब हटा लिया गया है। ये फर्जी है। किसी ने यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की साजिश रची है।
एएमयू के इंजीनियरिंग स्टूडेंट मिग-23 एयरक्राफ्ट के पार्ट्स के बारे में पढ़ते हैं, इसकी तकनीक और इसके डिजाइन के बारे में भी पढ़ते हैं। एएमयू के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल प्रो. एम.एम. सूफ्यान बेग ने कहा कि एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग मैकेनेकिल इंजीनियरिंग का पार्ट है और स्टूडेंट्स सिलेबस के तहत लैब कोर्स में इसकी पढ़ाई करते हैं।
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