मुंबई । आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी दिग्गज कंपनियों में बिकवाली से पिछले सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक की गिरावट रही तथा आने वाले सप्ताह में वृहद अर्थव्यवस्था के आँकड़ों पर निवेशकों की नजर रहेगी।
गत सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 522.01 अंक यानी 1.37 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 37,606.89 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 120.70 अंक यानी 1.08 प्रतिशत टूटकर 11,073.45 अंक पर आ गया। आठ सप्ताह में पहली बार दोनों प्रमुख सूचकांकों में साप्ताहिक गिरावट देखने को मिली है।
आने वाले सप्ताह में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के जुलाई के पीएमआई के आँकड़े आने हैं। निवेशक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेतों का इंतजार कर रहे हैं। यदि विनिर्माण और सेवा गतिविधियों में तेजी आती है तो बाजार में निवेश धारणा भी मजबूत होगी। अप्रैल से जून के दौरान दोनों ही क्षेत्रों में लगातार बड़ी गिरावट देखी गई है।
इसके अलावा विदेशी बाजारों में होने वाली हलचल और घरेलू स्तर पर कंपनियों के तिमाही परिणाम भी शेयर बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। महिंद्रा एंड महिंद्रा, ल्यूपिन, केनरा बैंक और सिप्ला जैसी बड़ी कंपनियों के वित्तीय नतीजे भी इसी सप्ताह आयेंगे।
दिग्गज कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों में निवेशकों ने पैसा लगाया। बीएसई का मिडकैप 0.41 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त में शुक्रवार को 13,859.11 अंक पर और स्मॉलकैप 0.43 प्रतिशत की मजबूती के साथ 13,021.76 अंक पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह पाँच कारोबारी दिवसों में से मंगलवार को छोड़कर अन्य सभी दिन सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में बंद हुए।
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